गजब का हुनर: ये अनोखी कलाकार बनाती है मक्के की भूसी से सुंदर गुड़िया

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लोग अक्सर मक्के की भूसी को फेंक देते हैं क्योंकि इसका किसी के लिए कोई फायदा नहीं होता है लेकिन सोंगसॉंग विलेज के नेली चचिया के लिए मक्के की भूसी सोने से भी ज्यादा कीमती मूल्यवान है। यह एकमात्र ऐसी चीज है जिसका इस्तेमाल वह सुंदर गुड़िया बनाने में करती है। मणिपुर के सॉन्गॉन्ग विलेज माओ गेट के रहने वाले एथुओ नेली और खोली चीसा की 38 साल की बेटी नेली चचिया के पास यह गजब का हुनर है।

उसके पांच भाई और तीन बहनें हैं। उसने 15 साल पहले सूखे फूलों और गुड़िया बनाने का व्यवसाय शुरू किया था। वह ताजे फूल बेचने का भी काम करती है। लोगों के लिए मक्का की भूसी और बाल उसके रेशे बेकार हैं।

नेली चचिया ने इन भूसों और रेशों का इस्तेमाल गुड़िया बनाने में किया और इसे बाद में काफी ग्राहकों को आकर्षित किया है। गुड़ियों के शरीर के हिस्से मक्का की भूसी से बने होते हैं और बाल मक्का के रेशों से बनते हैं। ग्राहकों अपने पसंद की डिजाइन के अनुसार गुड़िया को सूखे फूलों के साथ जोड़ा जाता है।

उनके मुताबिक वह प्रति दिन लगभग 10-12 गुड़िया बना सकती है। वह देशभर के हिस्सों में आयोजित कई एक्स्पो में भाग ले चुकी है। उसने डॉल मेकिंग और फ्लॉवर एंड बास्केट अरेंजमेंट की ट्रेनिंग छात्रों को भी दी है।

उनके मुताबिक उनकी गुड़िया डिजाइन के अनुसार 200 से 500 रुपए तक में बेची गईं। माओ गेट पर ‘आइडियास फ्लोरिस्ट’ नाम से उनका एक स्टोर था और उनके सभी उत्पाद स्टोर पर डिस्प्ले किए गए।

उन्होंने आगे कहा कि वह ताजे फूलों में भी काम करती है और इसे अपने घर और अन्य चयनित स्थानों से खरीदा जा सकता है।
अब नेली चचिया एक सफल उद्यमी हैं और अपनी गुड़िया बनाने और सूखे फूल बेचने के व्यवसाय से अच्छी कमाई करती है।

-एजेंसियां