‘इन दिनों खांसी-जुकाम होना कोरोना नहीं बल्कि सामान्य वायरस है, घर पर ही हो सकते हैं ठीक’: डॉ. प्रदीप गुप्ता

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आगरा:  नेमिनाथ होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर के चेयरमैन डॉ. प्रदीप गुप्ता का कहना है कि इस समय खांसी-जुकाम वाला वायरस है। इसे कोरोना कहकर लोगों को डराना ठीक नहीं है। सावधानी बरतनी है लेकिन भयभीत नहीं होना है। तीसरी लहर में कथित कोरोना से प्रभावित लोग होम्योपैथी दवा Hepar Sulph से 3-4 दिन में स्वस्थ हो रहे हैं। मैंने इसी दवा से अब तक 803 लोगों को स्वस्थ किया है।

उन्होंने बताया कि यह ऐसा वायरस है, जो घातक नहीं है लेकिन संक्रामक है। अगर यह शतप्रतिशत कोरोना वायरस होता तो वैक्सीन की दोनों डोज और बूस्टर डोज लगवाने वाले संक्रमित नहीं होते। साफ है कि यह सामान्य वायरस है। बेकार में ही हौवा खड़ा किया जा रहा है। सर्दी के मौसम में हर बार इस तरह का वायरस आता है, 3-4 दिन परेशान करके चला जाता है। हां, इस बार वायरस के लक्षण अलग हैं। इसी कारण दवा भी अलग है।

डॉ. प्रदीप गुप्ता ने बताया कि अगर कोरोना वायरस अपना रूप बदलकर आता तो होम्योपैथी दवा ब्रायोनिया और आर्सेनिक पूरी तरह काम करती। इस बार ये दोनों दवाइयां कम काम कर रही है। इसलिए यह नया वायरस है, जो सामान्य सर्दी, खांसी, जुकाम तक सीमित है। होम्योपैथी दवा खांसी में कारगर है। वैसे भी लोग घर में रहकर भी ठीक हो रहे हैं। इसलिए घबराने और अस्पताल की ओर दौड़ लगाने की जरूरत नहीं है। अपने निकटस्थ होम्योपैथ के पास जाएं।

डॉ. गुप्ता ने बताया कि वे फेसबुक के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रहे हैं। लक्षणों के आधार पर दवा बता रहे हैं। फेसबुक से जुड़कर भी समस्या का समाधान पा सकते हैं। कोरोना की प्रथम और द्वतीय लहर में टीम नेमिनाथ ने अद्भुत और अनुकरणीय कार्य किया है। सिद्ध कर दिया है कि होम्योपैथी का उपयोग इमरजेंसी में भी है। कोरोना के गंभीर मरीजों का हमने अस्पताल में भर्ती करके इलाज किया है। किसी भी प्रकार की स्थिति में सरकार, जिला प्रशासन और जनता की मदद के लिए तत्पर हैं। हम आज भी बिना मास्क लगाए इलाज कर रहे हैं और पूरी तरह स्वस्थ हैं।