दिल के दौरे का संबंध पहले बढ़ती उम्र के साथ माना जाता था। लेकिन अब आधुनिक जीवन के बढ़ते तनाव, अपर्याप्त नींद, धूम्रपान और आराम तलब जीवनशैली ने युवाओं में दिल की बीमारियों के खतरे को बढ़ा दिया है। ऐसे में ऐक्टिव लाइफस्टाइल अपनाना बेहद जरूरी है।
इन दिनों कैंसर, हार्ट अटैक और डायबीटीज जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं और इन सब बीमारियों की सबसे बड़ी वजह है हमारी खानपान की गलत आदत, गलत लाइफस्टाइल और एक्सर्साइज न करना। वैसी बीमारियां जो कभी सिर्फ बुजुर्गों को या फिर 50 साल की उम्र के बाद के लोगों को हुआ करतीं थीं वह अब यंगस्टर्स को हो रही है और उन्हीं में से एक है हार्ट अटैक। जी हां, युवाओं में भी हार्ट अटैक का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। स्वस्थ दिखने वाले यंगस्टर भी अचानक हार्ट पेशंट बन रहे हैं।
युवाओं में दिल की बीमारी का खतरा अधिक
हृदय रोग विशेषज्ञ और मैक्स सुपर स्पेशिऐलिटी हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ. नित्यानंद त्रिपाठी की मानें तो भारतीय युवाओं में हृदयाघात यानी हार्ट अटैक की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है और यदि इस समस्या पर रोक के उपाय नहीं किए गए तो यह महामारी का रूप अख्तियार कर सकती है। इसे रोकने का एकमात्र तरीका लोगों को शिक्षित करना है, वरना 2020 तक सबसे अधिक मौत हृदय रोग के कारण ही होगी। डॉ. त्रिपाठी ने कहा, ‘दिल के दौरे का संबंध पहले बढ़ती उम्र के साथ माना जाता था। लेकिन अब आधुनिक जीवन के बढ़ते तनाव, अपर्याप्त नींद, धूम्रपान और आराम तलब जीवनशैली ने युवाओं में दिल की बीमारियों के खतरे को बढ़ा दिया है।
युवाओं में हार्ट अटैक के कारण
बीएलके सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में सीनियर कंसल्टेंट और डायरेक्टर, कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. नीरज भल्ला के अनुसार, युवाओं में हार्ट प्रॉब्लम्स होने की सबसे बड़ी वजह हेल्दी लाइफस्टाइल की अनदेखी करना है।
1- स्मोकिंग-ड्रिकिंग करना
2- एक्सर्साइज न करना
3- जंक और फ्राइड फूड खाना।
डॉक्टरों की मानें तो ऐक्टिव लाइफस्टाइल अपनाकर और थोड़ी बहुत एक्सर्साइज करके आप हार्ट अटैक के खतरे से बच सकते हैं। वैसे तो हर एक्सर्साइज हर किसी के लिए नहीं होती। कौन सी एक्सर्साइज आपके लिए सही है ये ट्रेनर ही बताएगा, इसलिए ट्रेनर की सलाह पर ही एक्सर्साइज करें। लेकिन हम आपको ऐसी 2 एक्सर्साइज के बारे में बता रहे हैं जिन्हें करने से आप हार्ट अटैक के खतरे को 70 से 80 प्रतिशत तक कम कर पाएंगे और वो 2 एक्सर्साइज हैं- ब्रिस्क वॉकिंग या तेज कदम से चलना और साइक्लिंग।
ब्रिस्क वाकिंग
वॉकिंग सबसे सेफ एक्सर्साइज मानी जाती है। दिल के मरीजों से लेकर घुटने के दर्द तक से पीड़ित लोगों के लिए वॉक करना बेहद फायदेमंद माना जाता है। बस इसके करने का तरीका थोड़ा अलग होता है। धीरे, तेज और ब्रिस्क वॉकिंग आप अपने शरीर की क्षमता के अनुसार करें। लंबे समय तक वॉकिंग करने के बाद ब्रिस्क वॉकिंग यानी तेज कदमों से चलने की टेक्नीक को अपना सकते हैं।
कोशिश करें कि ये वॉकिंग ऐसी हो जैसे मैराथॉन में लोग दौड़ते समय अपनाते हैं। चलना है लेकिन दौड़ने के सामान। ये एक्सर्साइज आपको हार्ट डिजीज ही नहीं कई बीमारियों से भी दूर रखेगी।
अमेरिकन हार्ट असोसिएशन नाम के जर्नल में प्रकाशित स्टडी में यह बात सामने आ चुकी है कि ब्रिस्क वॉकिंग करने से हाई ब्लड प्रेशर, कलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल कम होता है और यही वे कारण हैं जिनकी वजह से ज्यादातर लोगों को हार्ट अटैक आता है।
साइक्लिंग
अगर आपको साइकिल चलाना पसंद है तो ये एक्सर्साइज अपके लिए फुल बॉडी एक्सर्साइज की तरह से काम करेगी। लेकिन अगर आप साइकल नहीं चलाते तो आज ही इसे अपनी आदत में शुमार कर लें। धीरे से शुरू करते हुए तेज फिर धीरे साइक्लिंग करना बहुत ही फायदेमंद एक्सर्साइज है। याद रखें साइक्लिंग हमेशा फ्री स्टाइल में करें। साइकल अगर टाइट चल रही हो तो उसे सही करा कर हल्का करें ताकि आपके घुटनों पर जोर न पड़े और आप साइकल चलाना इंजॉय कर पाएं।
खानपान का भी रखें ध्यान
हेल्दी फूड आपके शरीर के साथ-साथ हार्ट को भी हेल्दी रखता है। दरअसल, व्यक्ति जो खाता है, वह सीधे उसके हार्ट को प्रभावित करता है। इसलिए हरी और पत्तेदार सब्जियों को अपनी डायट में अवश्य शामिल करें। चीनी और सोडा युक्त ड्रिंक्स पीने से परहेज करें। जितना संभव हो जूस, शरबत पीने से बचें। बहुत ज्यादा सोडियम शरीर में अतिरिक्त तरल पदार्थ पैदा कर सकता है, जो आपके हार्ट पर एक्स्ट्रा प्रेशर डालता है। खराब कलेस्ट्रॉल से बचने के लिए रेड मीट खाना अवॉइड करें। वजन पर नजर रखें, क्योंकि यह हाई कलेस्ट्रॉल होने की एक बड़ी वजह होता है। अधिक वेट होने पर आप आसानी से डायबीटीज और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं, जो हार्ट को वीक करते हैं।
-एजेंसियां
Discover more from Up18 News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.