मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस नुसरत भरूचा के नाम एक बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है। नुसरत को बुसान फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट ऐक्ट्रेस कैटेगरी में नॉमिनेशन मिला है। वह देश में एकमात्र एक्ट्रेस हैं, जिन्हें अवॉर्ड शो में नॉमिनेशन मिला है।
शॉर्ट फिल्म सीरीज ‘अजीब दास्तान्स’ में राज मेहता की ‘खिलौना’ में नुसरत ने मीनल नाम की एक महिला का किरदार निभाया है, जो लोगों के घरों में काम करने वाली बाई है। नुसरत जहां इन दिनों अपनी फिल्म ‘जनहित में जारी’ की शूटिंग कर रही हैं, वहीं बुसान फिल्म फेस्टिवल में मिले नॉमिनेशन वह गदगद हो गई हैं।
पहली बार में ही पसंद आ गई थी स्क्रिप्ट
नुसरत कहती हैं, ‘जब मैंने पहली बार उस शॉर्ट फिल्म की स्क्रिप्ट पढ़ी तो मुझे वह बहुत पसंद आई थी। मेरे लिए हमेशा से स्क्रिप्ट बहुत मायने रखते हैं। मैं राज मेहता से मिली तो हमारी बातचीत बहुत अच्छी रही थी। हम दोनों एक ही तरह से सोच रहे थे।’
मैंने कहा था, आप कहें तो पोछा लगाकर दिखा दूं
शॉर्ट फिल्म में एक मेड का किरदार निभाने के चैलेंज को लेकर जब नुसरत से पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मुझसे से ज्यादा चिंतित थे। उन्होंने मुझसे कहा कि तुम्हें ‘छोटे छोटे पेग’ और ‘दिल चोरी’ वाली लड़की को भूलना होगा। मैंने तो मजाक में उनसे यहां तक कहा था कि अगर आप कहें तो मैं आपको इस रोल के लिए पोछा लगाकर दिखा सकती हूं। मुझे लगता है कि किसी भी काम के लिए विश्वास बहुत जरूरी है।’
अपने दिल की सुनकर साइन करती हूं प्रोजेक्ट
जब नुसरत से पूछा गया कि क्या वह फिल्में या कोई भी प्रोजेक्ट साइन करने से पहले किसी की राय लेती हैं? इस पर ऐक्ट्रेस ने कहा, ‘नहीं, मैं हमेशा अपनी पसंद को लेकर काम करती हूं। मैंने हमेशा अपने दिल की आवाज सुनी है और इसी आधार पर फिल्मों को चूज किया है।
यदि मैं खुद किसी प्रोजेक्ट को लेकर संतुष्ट नहीं हूं तो कोई और मुझे उसके लिए तैयार नहीं कर सकता। मेरे पास कई ऐसी फिल्में आईं, जिसको लेकर लोगों ने कहा कि आप इसे क्यों नहीं कर रही हैं लेकिन मेरे मन में जब तक उसके लिए पॉजिटिव सोच नहीं होती, मैं नहीं करती।’
-एजेंसियां