लखनऊ। योगी सरकार ने आज इस कार्यकाल का दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया। यह लगभग 15,000 करोड़ रुपये का है। बजट का बड़ा हिस्सा महाकुंभ के लिए है। इसके अलावा औद्योगिक विकास, एमएसएमई विभाग की योजनाओं, अस्पतालों और सड़कों के लिए भी धनराशि का प्रावधान किया गया है। बिजली के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए अतिरिक्त धनराशि का प्रावधान है। प्रदेश में केंद्र के सहयोग से चल रही कई योजनाओं के लिए भी बजट में प्रावधान किया गया है। प्रदेश में 70 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों की आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लिए भी प्रावधान किया गया है। दूसरा अनुपूरक बजट प्रदेश में रोजगार पैदा करने वाला है।
इसके पहले वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि बजट पूरे विकास पर फोकस है। बजट पेश करने से पहले उन्होंने कहा कि यूपी राजस्व सरप्लस राज्य है। योगी सरकार ने हर स्तर पर वित्तीय अनुशासन मेंटेन किया है। जहां जैसी जरूरत होती है। उसके अनुसार खर्च होता है। विकास एजेंडा हमारे सामने है। बड़े स्तर पर विकास का पहिया घूम रहा है। अनुपूरक बजट तो आना ही है। कुंभ तो शामिल ही है। कुंभ दुनिया का सबसे बड़ा इवेंट है। युनेस्को ने इसे मानवता की मूर्ति धरोहर बताया है। बजट पूरे विकास पर है।
अनुपूरक बजट पेश करने से पहले सीएम योगी ने की बैठक
आज यूपी विधानसभा में योगी सरकार दूसरा अनुपूरक बजट पेश करेगी। बजट पेश करने से पहले मुख्यमंत्री आवास पर योगी आदित्यनाथ ने कैबिनेट सदस्यों के साथ बैठक की।
पहले अनुपूरक बजट में 12209.92 करोड़ शामिल थे
गौरतलब है कि 2024-25 के लिए योगी सरकार ने मूल बजट में 73643.71 करोड़ रुपये आवंटित किया था। इसके बाद सरकार ने बीते जुलाई में पहला अनुपूरक बजट पेश किया था। इसका आकार 12209.92 करोड़ रुपये था। इस प्रकार प्रदेश का इस साल का बजट 748647.63 करोड़ रुपये हो गया। अब दूसरा अनुपूरक बजट आने के साथ ही इस वित्तीय वर्ष के बजट का आकार बढ़कर 7.50 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है।
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