क्षेत्रीय लोगों का कई वर्षों का संघर्ष लाया रंग, आगरा-झांसी रेल मार्ग पर अंडर ब्रिज बनाने को लेकर हुआ सर्वे

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आगरा झांसी रेलवे लाइन पर बनी नगला पुलिया पर अंडर ब्रिज की मांग कर रहे लोगों का संघर्ष रंग ले आया है। डीआरएम आगरा के निर्देश पर नगला पुलिया और आसपास अंडर ब्रिज के लिए सर्वे और मुयायना शुरू हो गया है। शुक्रवार शाम को रेलवे की इंजीनियरिंग टीम नगला पुलिया पहुँची। यहाँ पर क्षेत्रीय लोगों को साथ लेकर उन्होंने अंडर ब्रिज के लिए सर्वे किया साथ ही जमीन की नापतोल भी की गई। रेलवे की इस कवायद से क्षेत्रीय लोग काफी उत्साहित है।

जानकारी के मुताबिक रेलवे विभाग की तकनीकी टीम ने नगला पुलिया पर अंडरब्रिज की मांग को लेकर सर्वे और मुआयना किया था। इस सर्वे की जो रिपोर्ट सौंपी थी, वह नेगेटिव थी। उनके अनुसार नगला पुलिया पर अंडर ब्रिज नहीं बन सकता था। रेलवे इंजीनियरों की इस रिपोर्ट की जानकारी होते ही लोगों में आक्रोश पनपने लगा था। क्षेत्रीय लोगों ने एक बार से डीआरएम आगरा से मुलाकात की और पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। डीआरएम आगरा ने आश्वासन दिया कि क्षेत्र की जो समस्या है उसके प्रति वे गंभीर हैं। अंडर ब्रिज बनाए जाने का आश्वासन भी दिया।

तकनीकी टीम को लगाई थी फटकार

सूत्रों की माने तो डीआरएम आगरा को जब यह जानकारी हुई कि रेलवे की तकनीकी टीम ने अपनी रिपोर्ट नेगेटिव सौंप दी है तो उस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की, साथ ही टीम को भी फटकार लगाई और दोबारा से फिर उस क्षेत्र का सर्वे करने के निर्देश दिए थे। जिस पर ही सर्वे के लिए एक बार फिर टीम पहुंची और वहां नापतोल भी की।

सोहल्ला रेलवे फाटक हो सकता है खत्म

सूत्रों की माने तो नगला पुलिया पर अगर अंडरब्रिज बनता है तो उससे आगे जो सोहल्ला का रेलवे फाटक है वह खत्म हो सकता है। अभी इस पर कोई आधिकारिक जानकारी अधिकारियों से नहीं मिली है।

कई वर्षों से जारी था संघर्ष

आपको बता दें कि आगरा जगनेर रोड के नगला पुलिया सहित दर्जनों मोहल्लों के लोग रास्ते की मांग को लेकर सालों से संघर्ष कर रहे हैं। आगरा के डीआरएम से लेकर रेलवे बोर्ड और मुख्यमंत्री तक का दरवाजा खटखटा चुके हैं। इतना ही नहीं इस रास्ते की मांग को लेकर क्षेत्रीय जनता पिछले दिनों सांसद रामशंकर कठेरिया के नेतृत्व में रेलवे लाइन पर धरना तक दे चुकी है।