आगरा। पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश के बाद मथुरा और आगरा में बाढ़ के हालात बनते जा रहे हैं। प्रशासन अलर्ट मोड में है। यमुना किनारे सभी प्रमुख मंदिरों की सीढ़ियों तक पानी पहुंच गया है। कई गांवों में फसल नष्ट हो गई है। श्मशान घाट के प्लेटफार्म तक बाढ का पानी आ चुका है। दोनों जिलों में यमुना खतरे के निशान को आज रात पार कर सकती है।
यमुना का पानी ताजमहल की बाउंड्री तक पहुंच जाने के कारण यहां सुरक्षा के लिए बनाई गई सीआईएसएफ की चौकी को हटाना पड़ गया है। आगरा में जलस्तर बाढ़ के चेतावनी स्तर 495 फीट पर पहुंच गया है। शहरी क्षेत्र से लेकर देहात के 40 गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
सिंचाई विभाग का कहना है कि आगरा में पानी खतरे के निशान 499 फीट तक पहुंच सकता है। गोकुल बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। गोकुल बैराज से छोड़ा जा रहा पानी बुधवार रात को आगरा पहुंच जाएगा। यहां जलस्तर तेजी से अब बढ़ेगा। बाढ़ नियंत्रण की मानें तो दोपहर में 3 से 4 घंटे में एक-एक इंच पानी बढ़ रहा था। लेकिन, रात नौ बजे के बाद पानी तेजी से ऊपर जाने की संभावना है।
बटेश्वर, कल्यानपुर, भरतार, भौंर, स्याइच के कछार के खेत डूब गए हैं। बिक्रमपुर कछार, बिठौली, गगनकी, सुंसार, चरीथा, बाग गुड़ियाना के तराई के खेतों में बाजरा, तिल की फसलें डूब कर नष्ट हो गई हैं।
ग्राम तनौरा, नूरपुर, कैलाश, स्वामी बाग, नगला बूढ़ी, अमर विहार दयालबाग, मोती महल, कटरा वजीर खाँ, रामबाग बस्ती, अप्सरा टाकीज, यमुना किनारा रोड वेदान्त मन्दिर से फार्ट एवं तहसील फतेहाबाद में ग्राम भरापुर, बमरौली, ईदौन, भडायना, मेवीकलॉ, गुडा मेवली खुर्द, हिमायूपुर आदि बाढ से प्रभावित होने की संभावना है।
मथुरा में आज रात और बढ़ेगा पानी
इधर मथुरा में यमुना आज रात्रि में खतरे के निशान को छू सकती है। जबकि गुरुवार की सुबह से यमुना का पानी घटने लगेगा। यह संभावना सिंचाई विभाग द्वारा व्यक्त की जा रही है। दिल्ली से लगातार पानी अब कम करके छोड़ा जा रहा है। यदि दिल्ली के ओखला व ताजेवाला बैराज पानी लोड़ बढ़ा तो वहां से ज्यादा पानी छोड़ा जा सकता है।
आज जनपद के बाढ़ प्रभावित कुछ इलाकों में जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह ने मांट के विधायक राजेश चौधरी के साथ दौरा करके लोगों के हाल जाने। उन्होंने लोगों से कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। सुरक्षित स्थान पर चले जाएं प्रशासन आपके साथ है। यमुना ने शेरगढ़, नौहझील, मांट, वृंदावन, मथुरा के खादर क्षेत्र में यमुना की बाढ़ का पानी पहुंचने से लोगों में खलबली मची हुई है।
आगरा में प्रशासन अलर्ट
अपर खंड आगरा नहर के अधिशासी अभियंता नवीन कुमार ने बताया कि मथुरा के प्रयाग घाट पर दोपहर 3 बजे तक यमुना का जल स्तर 165. 94 मीटर दर्ज किया गया। जो खतरे के निशान 166 मीटर से 6 सेमी नीचे था। उन्होंने बताया कि कल दिल्ली की तरफ से छोड़े गए पानी को देखते हुए आज रात्रि में यमुना का पानी मथुरा के प्रयागघाट के खतरे के निशान 166 मीटर को छू सकता है। उन्होंने बताया कि ताजे वाला बैराज से दोपहर में 29811 क्यूसेक एवं ओखला बैराज से 73428 क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया। जो कल की तुलना में कम है।
यमुना के पानी ने मांट, नौहझील, वृंदावन और मथुरा के खादर क्षेत्रों की आबादी वाले इलाकों को अपनी चपेट में ले रखा है। प्रशासन ने सभी क्षेत्रों में राहत शिविर और मेडिकल शिविर लोगों की सहायता के लिए खोल दिए हैं।
आगरा। अपर जिलाधिकारी (वि/रा) शुभांगी शुक्ला ने अवगत कराया है कि हथिनी कुण्ड बैराज, सहारनपुर से विगत सत्रह अगस्त को यमुना नदी में 1,78,976 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से जनपद में यमुना नदी में पानी का जलस्तर बढ़ रहा है। ओखला बैराज से मंगलवार को 91,212 क्यूसेक पानी छोड़े जाने एवं गोकुल बैराज से 87,079 क्यूसेक पानी छोड़ जाने के कारण यमुना नदी का जल स्तर जल संस्थान पर बढ़ने की सम्भावना है।
सिंचाई विभाग की रिपोर्ट के अनुसार जलस्तर बढ़ेगा एवं 22 अगस्त को आगरा वाटरवर्क्स पर यमुना नदी का जलस्तर 152.40 मीटर (खतरे के निशान) तक पहुँचने की सम्भावना है।
तहसील सदर में यमुना नदी के लो फ्लड पर प्रभावित होने वाले ग्राम तनौरा, नूरपुर, कैलाश, स्वामी बाग, नगला बूढ़ी, अमर विहार दयालबाग, मोती महल, कटरा वजीर खाँ, रामबाग बस्ती, अप्सरा टाकीज, यमुना किनारा रोड वेदान्त मन्दिर से फोर्ट एवं तहसील फतेहाबाद में ग्राम भरापुर, बमरौली, ईदौन, भडायना, मेवीकलॉ, गुडा मेवली खुर्द, हिमायूपुर आदि ग्राम प्रभावित होने की सम्भावना है।
उन्होंने शहरवासियों एवं ग्रामवासियों से अपील की कि जरूरी कागजात जैसे राशन कार्ड, पासबुक, आधार कार्ड को वॉटरफूफ बैग में रखें। क्लोरीन, ओ.आर.एस. तथा आवश्यक दवाइयां प्राथमिक उपचार किट में रखें। सूखे अनाज व मवेशियों के चारे को किसी ऊँचे स्थान पर सुरक्षित रखें। बाढ़ की चेतावनी मिलते ही गर्भवती महिलाओं, बच्चों, वृद्ध, दिव्यांगजन एवं बीमार व्यक्तियों को तुरन्त तहसीलों द्वारा स्थापित किये गये बाढ़ शरणालयों में शरण लें। उबला हुआ या क्लोरीन युक्त पानी का उपयोग करें। बिजली का मुख्य स्विच व गैस रेगुलेटर को बन्द रखें। बाढ़ के सम्पर्क में आई खाद्य सामग्रियों का सेवन न करें। डूबे हैंडपम्प के पानी का उपयोग न करें तथा पानी के किनारे न जाएं।
बाढ़ की स्थिति से निपटने हेतु जनपद स्तर पर कन्ट्रोल रूम 24 घण्टे संचालित है, जिसका मोबाइल नं. 0562-2260550 एवं 09458095419 है।