अगर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के तीसरे कार्यकाल की पुष्टि हो जाती है तो यह बहुत बड़ा अपशगुन होगा। यह बात कही है एमनेस्टी इंटरनेशनल की डिप्टी डायरेक्टर हाना यंग ने। उन्होंने कहा कि यह केवल चीन ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए बहुत बड़ा अभिशाप होगा।
गौरतलब है कि चीन की कम्युनिष्ट पार्टी की 20वीं नेशनल कांग्रेस जारी है। एक हफ्ते तक चलने वाली कांग्रेस का समापन 22 अक्टूबर को होगा। इसी दिन शी जिनपिंग के तीसरे कार्यकाल की पुष्टि हो जाएगी।
शी के शासनकाल को बताया मनमानेपन की नजीर
हाना यंग ने अपने बयान में कहा कि चीन के नागरिक बड़े पैमाने पर मानवाधिकारों के उल्लंघन की तकलीफ झेल रहे हैं। शी जिनपिंग अगर तीसरे कार्यकाल में आते हैं, तो चीन के साथ दुनिया भर के नागरिकों पर इसका बुरा असर होगा। हाना यंग यहीं नहीं रुकीं।
उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रपति जिनपिंग का दशक भर का शासनकाल मनमानेपन की नजीर रहा है। उनके राष्ट्रपति रहते हुए पूरे देश में मानवाधिकारों का हनन हुआ है। फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन पर इसकी मार पड़ी है। वहीं, शिनजियांग क्षेत्र में मुसलमानों के खिलाफ भी ढेरों अपराध हुए हैं।
दमनकारी नीतियों की आलोचना
यंग ने चीन की दमनकारी नीतियों की भी जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि जिनपिंग के नेतृत्व में जिस तरह से यहां पर शासन चल रहा है, वह सिर्फ देश के लिए ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरा है।
अपने बयान में यंग ने उइगर मुसलमानों पर ढाए जा रहे जुल्म का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि चीन की यह दमनकारी भुजाएं देश की सीमाओं के पार तक जुल्म ढा रही हैं। गौरतलब है कि एनालिस्ट्स का कहना है कि यह लगभगत तय है कि जिनपिंग अपने कार्यकाल का विस्तार करेंगे।
-Compiled by up18 News