विश्व का सबसे खतरनाक बॉर्डर, जहां बिना किसी गोलीबारी के ही मर गए 4000 लोग

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अमेरिका और मैक्सिको का बॉर्डर करीब 3110 किलोमीटर लंबा है। यूनाइटेड नेशंस की एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021 में यहां पर सबसे ज्‍यादा मौतें दर्ज हुईं। इससे पहले साल 2014 में रेकॉर्ड सबसे ऊपर था। साल 2014 के बाद से अब तक यहां पर 4000 लोगों की मौत हो चुकी है। साल 2021 में 728 और फिर साल 2022 के सात महीनों के अंदर ही श्‍हां 412 लोगों की जान जा चुकी है। जून यहां चौथा सबसे खतरनाक महीना होता है। इस साल इस महीने में यहां 138 लोगों की जान गई थी। ज्‍यादातर लोगों की मौत या तो डूबने से होती है या फिर डि-हाइड्रेशन से।

साल 2020 से बॉर्डर पेट्रोल ने मृतकों का आधिकारिक आंकड़ा नहीं दिया है। अक्‍सर नीतियों को लेकर सरकार की आलोचना हुई है लेकिन बात कभी आगे नहीं बढ़ी है। नदी में इतनी मौतें होती हैं कि सीबीपी गिनने में भी असमर्थ हो जाती है। अमेरिकी जमीन पर कितने लोगों की मौत हुई इस बारे में सीबीपी कभी अनुमान तक नहीं लगा सकी है। एजेंसी ने खुद माना है कि उसके आंकड़ें सही नहीं हो सकते हैं।

फिर भी जाना है अमेरिका

विशेषज्ञों के मुताबिक यहां का सफर अपने आप में काफी खतरनाक होता है। शरणार्थियों का मालूम होता है कि नदी को पार करना खतरे से खाली नहीं है, पहाड़ चढ़ना यानी अपनी जान जोखिम में डालना। एक विदेशी के तौर पर मैक्सिको को पार करना भी खतरनाक होता है। लेकिन वो ये सबकुछ करना चाहते हैं क्‍योंकि उन्‍हें अमेरिका में एक बेहतर जीवन जीने की तमन्‍ना होती है। ईगल पास से गुजरने वाले शरणार्थियों में सबसे ऊपर वेनेजुएला के लोग होते हैं, इसके बाद क्‍यूबा, मैक्सिको, होंडुरास, निकारागुआ और फिर कोलंबिया का नंबर आता है।

-एजेंसी


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