पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में रामनवमी के दिन हुई हिंसा मामले में सोमवार को कलकत्ता हाईकोर्ट में मामले सुनवाई हुई। हिंसा की घटना को लेकर शनिवार को बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने कलकत्ता हाईकोर्ट में मामला दायर किया गया था। सोमवार को मामले की सुनवाई हुई। मामले की सुनवाई हुई हाई कोर्ट ने 5 अप्रेल तक ममता सरकार से मामले की रिपोर्ट मांगी है।
दरअसल, रामनवमी के दिन बंगाल के हावड़ा जिले में शोभायात्रा जैसे ही काजीपाड़ा के पास पहुंची तो वहां उस पर पथराव होने लगे। घरों की छत से पर से पत्थर और बोतलें फेंकी गईं। उसके बाद ही हिंसा भड़क उठी। हावड़ा जिले में 3 दिन तक इंटरनेट सेवा बंद थी।
5 अप्रेल तक ममता सरकार से मांगी रिपोर्ट
कलकत्ता हाई कोर्ट ने हावड़ा, हुगली, डालखोला में हुई हिंसा पर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। राज्य को यह रिपोर्ट अगले बुधवार 5 अप्रेल तक देनी है। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश ने सीसी कैमरा और वीडियो फुटेज भी कोर्ट ले जाने का आदेश दिया। इस रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से वहां की मौजूदा स्थिति और अब तक वहां हुई घटनाओं में पुलिस की ओर से उठाए गए कदमों का जिक्र होना चाहिए। इस घटना में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनका भी रिपोर्ट में जिक्र होना चाहिए। कुछ प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और सीसीटीवी फुटेज को अदालत में जमा किया जाना है।
कोर्ट ने मांगे सारे तथ्य
कोलकाता हाईकोर्ट ने हावड़ा हिंसा मामले में राज्य सरकार से हर एक तथ्य मांगे हैं। बता दें कि कोर्ट ने साफ कहा है कि घटना से संबंधित जितने भी वीडियो फुटेज हैं। उन सब को जमा किया जाए। इसके साथ-साथ इस मामले के जितने पक्ष है उन सब की उन सब के बयान आने चाहिए।
कोर्ट ने हिंसा को लेकर समग्र रिपोर्ट मांगी है। हावड़ा में रामनवमी पर पिछले सप्ताह रामनवमी पर दो गुट आपस में भिड़ गए थे, जिससे इलाके में अशांति फैल गई थी। इलाके की कई दुकानों और कारों में भी तोड़फोड़ की गई। इस घटना के बाद मामला दर्ज किया गया था। उस मामले की सुनवाई सोमवार को थी।
Compiled: up18 News