दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी के सामने पेश ना होने पर भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी आमने-सामने हैं. अरविंद केजरीवाल तीसरी बार प्रवर्तन निदेशालय के समन पर नहीं पहुँचे हैं.
बीजेपी नेता गौरव भाटिया ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर कहा, ”जो अरविंद केजरीवाल भारत की राजनीति में ये कहकर आए थे कि किसी पर आरोप लगे तो इस्तीफ़ा दे दो. उन्हें तो ईडी के पास खुद जाकर खाता-बही दिखाकर साबित करना चाहिए कि उन्होंने कोई भ्रष्टाचार या पाप नहीं किया.”
गौरव भाटिया ने कहा, “अरविंद केजरीवाल को लगता है कि खाता न बही, जो अरविंद केजरीवाल कहें वो ही सही. वे एक चिट्ठी लिखते हैं और ईडी को कहते हैं कि अपना समन वापस लो.”
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, “जो लोग राजनीति में आने से पहले ईमानदारी की दुहाई देते थे, आज सबसे बड़ी बेईमान पार्टी ‘आप’ है. जिनके कई मंत्री जेल में हैं और मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के मामले में ईडी के समन को बार-बार नकार कर हाज़िर नहीं हो रहे हैं. स्पष्ट दिखता है कि दाल में कुछ काला है या पूरी दाल ही काली नज़र आती है.”
वहीं आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने आरोप लगाया है कि ईडी बीजेपी के इशारों पर काम कर रही है और अरविंद केजरीवाल को भेजा गया समन गैर-क़ानूनी है.
उन्होंने कहा, “जब दो बार समन आया तो अरविंद केजरीवाल ने स्पष्ट तौर पर कई सवाल पूछते हुए ईडी को चिट्ठी लिखी…तीन बार चिट्ठी भेजने के बावजूद ईडी ने आज तक अरविंद केजरीवाल के सवालों का जवाब नहीं दिया.
ईडी स्पष्ट तौर पर समन में लिखती क्यों नहीं कि क्यों बुलाया जा रहा है? ईडी को भी पता है कि ये समन ग़ैर-क़ानूनी है. अगर वो सच-सच जवाब देंगे तो उनको ये कहना पड़ेगा कि हमने तो ये समन इसलिए भेजा है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ताओं ने इस समन पर प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर दी है.”
ईडी ने केजरीवाल को मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े केस में कई बार नोटिस जारी किया है. केजरीवाल ईडी के सामने अब तक पेश नहीं हुए हैं.
इससे पहले दो नवंबर और 21 दिसंबर को भी केजरीवाल को ईडी ने पेश होने के लिए कहा था.
कुछ दिन पहले केजरीवाल ने पार्टी की एक बैठक में कहा था- हम जो भलाई का काम कर रहे हैं, उसके रास्ते में जेल जाने के लिए तैयार रहिए.
-एजेंसी
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