दिल्ली के 22वें उपराज्यपाल बने विनय कुमार सक्सेना, चीफ जस्टिस हाईकोर्ट ने दिलाई शपथ

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दिल्ली के नवनियुक्त उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने आज केंद्र शासित प्रदेश के 22वें उपराज्यपाल के तौर पर शपथ ली। राष्ट्रपति ने दो दिन पहले उनकी नियुक्ति की थी, जबकि अनिल बैजल से गत सप्ताह उपराज्यपाल पद से त्यागपत्र दिया था।

आज एक भव्य स्वागत समारोह में विनय कुमार सक्सेना को दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने शपथ दिलाई। इस दौरान कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। शपथ लेने के तुरंत बाद ही उपराज्यपाल सक्सेना ने बातों-बातों में बड़े संकेत दे दिए।

राजनिवास से ज्यादा सड़क पर दिखूंगा

उन्होंने कहा कि मैं एलजी के तौर पर जनता के लिए काम करूंगा और राजनिवास से ज्यादा सड़कों पर नजर आऊंगा। उपराज्यपाल के इस बयान से जानकार यह कयास लगा रहे हैं कि वह जनता के मुद्दों पर मुखर होकर केजरीवाल सरकार के सामने आ सकते हैं जिससे इनके रिश्तों में तल्खी देखने को मिल सकती है। बता दें कि इससे पहले अनिल बैजल, नजीब जंग से भी अरविंद केजरीवाल की सरकार का टकराव देखने को मिला था।

प्रदूषण खत्म करने के लिए करूंगा काम

दिल्ली में प्रदूषण के मुद्दे पर बोलते हुए एलजी सक्सेना ने कहा कि मैं दिल्ली के प्रदूषण को खत्म करने के लिए हर कदम उठाऊंगा। साथ ही उन्होंने दिल्ली के असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों के लिए भी कार्य करने की बात कही।

उपराज्यपाल ने कहा कि वह दिल्ली सरकार के साथ मिलकर काम करेंगे और उनका सपना दिल्ली को सिटी ऑफ जॉय व सिटी ऑफ फ्लावर्स बनाने का है। दिल्ली में बीते कुछ सालों में हुए दंगों का जिक्र करते हुए विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि मैं दिल्ली सरकार के साथ मिलकर शहर में हिंदू-मुस्लिम भाईचारा बढ़ाने के लिए काम करूंगा।

समारोह शुरू होने से पहले ही नाराज हो चले गए पूर्व केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन

पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को आज के शपथ ग्रहण समारोह के लिए न्योता दिया गया था। जब वह यहां पहुंचे तो सिटिंग अरेंजमेंट को लेकर कुछ विवाद हो गया। जिसके बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री नाराज होकर कार्यक्रमस्थल से चले गए। अधिकारियों ने उन्हें काफी समझाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माने।

-एजेंसियां