आगरा: सरकार एक तरफ बेटियों को पढ़ाने के लिए बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का अभियान चला रही है तो दूसरी ओर इस अभियान को प्राइवेट स्कूल संचालक पलीता लगा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला आवास विकास से सामने आया है जहां बेटियां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगा रही है। बेटियों के गुहार लगाने का यह वीडियो अब तेजी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में बेटी का कहना है कि कोरोना काल में पिता, ताऊ और दादा को खो चुकी है। आर्थिक तंगी के चलते फीस जमा नही हुई और स्कूल प्रशासन उन्हें परीक्षा में नहीं बैठने दे रहा है।
आगरा के आवास विकास कालोनी के सेक्टर 12 डी निवासी सरिता देवी के पति गौरव शर्मा और उनके जेठ व ससुर कोरोना काल में काल के गाल में समा गए थे। इलाज में अपना सब कुछ लुटा देने के बाद भी वो तीनों को नहीं बचा पाई। परिवार में कमाने वाला कोई नहीं बचा है और आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई है। सरिता की दो बेटियां दुतिका शर्मा और अनन्या शर्मा आवास विकास सेक्टर चार स्थित होली पब्लिक स्कूल में पढ़ती हैं। आर्थिक तंगी के चलते वो बच्चियों की फीस नहीं भर पाई थीं। इस कारण स्कूल प्रबंधन बच्चियों को परीक्षा में नहीं शामिल होने दे रहा है।
बीएसए का लेटर भी नहीं आया काम
पीड़ित सरिता ने अगस्त 2021 में बीएसए कार्यालय में प्रार्थनापत्र देकर फीस माफ करवाने की मांग की थी। इस पर तत्कालीन बीएसए ने स्कूल को सहानुभूति दिखाते हुए आरटीई (निशुल्क शिक्षा का अधिकार) के तहत फीस माफ करने के लिए पत्र भी लिखा था, इसके बावजूद स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को परीक्षा में बैठने नही दिया।
महफूज संस्था ने किया मदद का प्रयास
बेटियों को परीक्षा देने के लिए पीड़िता सरिता ने महफूज संस्था के कॉर्डिनेटर चाइल्ड राइट एक्टिविस्ट नरेश पारस से मदद मांगी है। मामले में एडीएम सिटी अंजनी कुमार ने बीएसए को स्कूल प्रबंधन से बात कर बच्चियों की मदद के लिए निर्देश देने की बात कही है। पूरे मामले पर स्कूल प्रबंधन से बात का प्रयास किया गया पर उनसे संपर्क नहीं हो पाया है।
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