उत्तराखंड के ऊधर सिंह नगर के नानकमत्ता कस्बे में गुरुवार सुबह गोलीबारी की घटना हुई। नानकमत्ता गुरुद्वारे के लंगर हॉल के बाहर बैठे कार सेवा डेरा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बाइक पर आए दो हमलावर बाबा पर गोलियां बरसाकर भाग निकले। इस हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है।
डीजीपी अभिनव कुमार ने बताया कि बाइक पर बैठकर आए दोनों हमलावरों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इसमें नजर आ रहा है कि नानकमत्ता साहिब के कार सेवा डेरा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह कुर्सी पर बैठे हुए हैं। अचानक सामने से एक बाइक आती है। पीछे बैठे पगड़ीधरी शख्स ने बाबा के सीने और गले में दो गोलियां मारी। गोली लगते ही बाबा तरसेम सिंह कुर्सी से नीचे गिर पड़े। तत्काल उन्हें खटीमा के अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर उन्हें नहीं बचा पाए।
बाबा तरसेम सिंह लंबे समय से श्री नानकमत्ता गुरुद्वारे के कार सेवा प्रमुख थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने इस गुरुद्वारे के पुनर्निर्माण में अपने पूरा जीवन समर्पित कर दिया था। वह गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब में कार सेवा की देखरेख की सारी जिम्मेदारी निभाते थे। गुरुद्वारे की तरफ से किसी तरह की आपदा के दौरान लंगर और राहत सामग्री पहुंचाने का काम भी किया जाता है। बताया जा रहा है कि गुरुद्वारा बंगला साहिब दिल्ली के डेरा कार सेवा प्रमुख बाबा बच्चन सिंह भी ऊधमसिंह नगर पहुंच रहे हैं।
सिख समुदाय में आक्रोश, इलाके में तनाव
बाबा की हत्या के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल है। इस हत्याकांड के बाद सिख समुदाय में नाराजगी का माहौल है। उनका कहना है कि डेरा प्रमुख की हत्या एक बड़ी घटना है। पुलिस जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करे।
डीजीपी अभिनव कुमार का कहना है कि यह घटना गुरुवार सुबह साढ़े छह बजे की है। वारदात के समय बाबा तरसेम सिंह गुरुद्वारे के लंगर हॉल के बाहर कुर्सी पर बैठे थे। उसी दौरान सामने से बाइक पर सवार दो पगड़ीधारी आए और बाबा को गोली मारकर फरार हो गए।
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है। एसटीएफ के अलावा अन्य पुलिस टीमें भी मामले की जांच कर रही हैं। फिलहाल इलाके में शांति का माहौल है।
-एजेंसी