उत्तराखंड में अंकिता भंडारी के परिजनों ने सरकार के समक्ष 9 सूत्रीय मांग रख दी है। अंकिता भंडारी की हत्या मामले में परिजनों ने सरकार पूरी तरह से घिरी हुई है। इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य की संलिप्तता सामने आने के बाद सरकार पर दबाव काफी ज्यादा है। उधर, कांग्रेस के सीनियर नेता हरीश रावत ने अंकिता भंडारी के घर पर जाकर राजनीतिक दबाव भी काफी बढ़ा दिया है। इन तमाम स्थिति के बीच सरकार के समक्ष परिजनों की मांग का मामला सामने आया है।
अंकिता के परिजनों ने सरकार के समक्ष बेटी की हत्या मामले में एक करोड़ रुपये मुआवजे की मांग की है। इसके अलावा अंकिता भंडारी का स्मारक बनाने और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की भी मांग की गई है। सरकार के समक्ष कुल 9 मांगें रखी गई हैं।
ये हैं 9 मांगें
1- अंकिता के परिवार को परिवार को 1 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाए।
2- अंकिता के नाम पर मल्ली गांव से बरमुंडी तक की सड़क का नामकरण हो।
3- अंकिता भंडारी के नाम पर सार्वजनिक जगह पर एक स्मारक सरकार बनवाए।
4- मृतक के परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए।
5- अंकिता जिस रिजॉर्ट में काम करती थी, वहां उसके नाम पर आदर्श स्कूल खोला जाए।
6- बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान में अंकिता के नाम पर पुरस्कार गठित किया जाए।
7- पुलकित आर्य के भाई और पिता को जांच पूरी होने तक हिरासत में रखा जाए।
8- पुलकित के भाई और पिता जांच को प्रभावित कर सकते हैं, इसलिए उन पर तत्काल कार्रवाई हो।
9- बेटी के गुनाहगारों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामला चलाकर फांसी की सजा दी जाए।
अंकिता की हत्या के बाद निशाने पर सरकार
अंकिता की हत्या के बाद लोगों के आक्रोश के केंद्र में प्रदेश की पुष्कर सिंह धामी सरकार आ गई है। लोगों का गुस्सा भड़का हुआ है। 18 सितंबर को अंकिता रहस्यमय तरीके से गायब हो गई थी। यमकेश्वर स्थित रिजॉर्ट से उसके गायब होने के बाद राजस्व थाने में इसके मालिक पुलकित आर्य ने ही केस दर्ज कराया था। 22 सितंबर तक जब अंकिता नहीं मिली तो फिर परिजनों ने हंगामा शुरू किया। सोशल मीडिया पर मामला गरमाया तो जनसमर्थन अंकिता के परिवार के साथ जुड़ गया।
राजस्व थाने से पुलिस में मामला चला गया। जांच शुरू हुई तो इस मामले में रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य की संलिप्तता सामने आई।
पुलकित आर्य को 23 सितंबर को गिरफ्तार किया गया। उसके साथ दो मैनेजर भी हिरासत में लिए गए। पुलिस ने जब दबिश देकर पूछताछ की तो पुलकित आर्य ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने कहा कि शराब के नशे में उसने अंकिता को चिला पावर हाउस नहर में धक्का दिया। अंकिता का शव 24 सितंबर की सुबह एसडीआरएफ की टीम ने बरामद किया।
पिता ने वकीलों से की बड़ी मांग
अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी ने वकीलों से भी बड़ी मांग की है। उन्होंने अनुरोध किया है कि आरोपियों के पक्ष में वे केस न लड़ें। बेटी के हत्यारों को जल्द से जल्द सजा मिले। दरअसल, उत्तराखंड के वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट का काम करने वाली अंकिता की हत्या के बाद लोगों का आक्रोश गरमाया हुआ है। इस पूरे मामले को लेकर अब अंकिता का परिवार जल्द से जल्द इंसाफ की गुहार लगा रहा है। परिजनों की मांग है कि आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए।
-एजेंसी
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