उन्होंने कहा, “जब राष्ट्रपति बाइडन ने मुझसे यहां आने के लिए कहा तो उन्होंने कहा- यह (भारत) मेरे लिए दुनिया का सबसे महत्वपूर्ण देश है, मेरा मानना है कि ऐसा इतिहास में किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति ने कभी नहीं कहा है.”
“राष्ट्रपति बाइडन ने इस बात को पूरी गंभीरता के साथ कहा था क्योंकि मैंने उन्हें यही बात प्रधानमंत्री मोदी से उनके राजकीय दौरे के दौरान भी कहते सुनी थी.”
अमेरिका में रह रहे भारतीयों के महत्व पर गार्सेटी ने कहा कि ये 40 लाख लोग अमेरिका की आबादी का एक प्रतिशत हैं, लेकिन ये देश के कुल कर में 6 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखते हैं.
उन्होंने अपने संबोधन में ये भी कहा कि वो भारत आ कर बौद्ध धर्म की पढ़ाई करना चाहते थे, लेकिन नहीं कर सके.
उन्होंने कहा, “मुझे लगने लगा था कि मेरा भारत का सपना एक तरह से मर गया, लेकिन ब्रह्मांड लोगों को उनके सपनों से जोड़ ही देता है. आज मैं यहां उस सपने को जी रहा हूं. ”
Compiled: up18 News