यूपी का सबसे बड़ा खेल आयोजन ‘मून स्कूल ओलंपिक’ का हुआ शुभारंभ

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आगरा: भारत सरकार और राज्य सरकार दोनों ही खेलों को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। लेकिन अभी भी कई खिलाड़ियों को सरकार की इन योजनाओं का पूरी तरह से लाभ नहीं मिल पाता है। खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन का मौका देने के लिए मून स्कूल ओलंपिक पिछले कई सालों से एक बड़ा मंच देता हुआ आ रहा है।

मून स्कूल ओलंपिक में ताजनगरी नहीं बल्कि आसपास के शहरों के खिलाड़ी भी भाग लेते हैं। एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम में एक बार फिर मून स्कूल ओलंपिक की शुरुआत हो गई है। इस बार 16वां स्कूल ओलंपिक का आयोजन हो रहा है जिसका उद्घाटन सांसद राजकुमार चाहर और महापौर नवीन जैन ने संयुक्त रूप से किया।

325 से अधिक विद्यालयों के खिलाड़ी कर रहे हैं शिरकत

उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े स्कूल खेल आयोजन में आगरा और उसके आसपास के शहरों के 325 से अधिक विद्यालयों के खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं। इस बार आगरा स्कूल ओलंपिक गेम्स में खिलाड़ी 19 विभिन्न खेल स्पर्धाओं में अपना दमखम दिखा रहे है। इस आयोजन की शुरुआत खिलाड़ियों ने मार्च पास्ट के साथ की। मार्च पास्ट के दौरान मुख्य अतिथि को सलामी दी और फिर इसके बाद मुख्य अतिथियों के साथ सभी खिलाड़ियों ने शपथ ली कि वह पूरी ईमानदारी और बगैर किसी भेदभाव के खेल भावना के साथ प्रतिभाग करेंगे।

बीते कुछ वर्षों में भारत ने खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। पीएम नरेंद्र मोदी भी लगातार खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए कई बड़े आयोजनों में कहते रहे हैं कि अगर खिलाड़ियों की पौध निकालनी है तो निचले स्तर से एथलीट्स को ढूंढ कर तराशना होगा। स्थानीय स्तर के खिलाड़ियों को मंच देने और उनकी प्रतिभाओं को निखारने के लिए हाल ही में सरकार की ओर से सांसद खेलकूद प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया था। जिससे खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच मिल सके। ताजनगरी में खिलाड़ियों को ग्राउंड लेवल से निकालने और आगे बढ़ाने का अनुपम एवं अनूठा कार्य मून स्कूल ओलंपिक द्वारा किया जा रहा है।

2004 से मून स्कूल ओलंपिक हो रहा है आयोजित

जिला ओलंपिक संघ के सचिव राहुल पालीवाल ने बताया कि मून स्कूल ओलंपिक की शुरुआत 2004 में की गई थी। स्थानीय स्तर के खिलाड़ियों को प्रोत्साहन न मिलने पर मस्तिष्क में आए इस विचार को धरातल पर लाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए। स्कूलों से भी संपर्क किया गया, साथ ही जिला ओलंपिक संघ का भी सानिध्य मिला। जिसके बाद 2004 में एक छोटे से पौधे के रूप में मून स्कूल ओलंपिक की शुरुआत हुई। यह पौधा विशाल वट वृक्ष बन चुका है। आज मून स्कूल ओलंपिक उत्तर प्रदेश का एक ऐसा बड़ा आयोजन है जिसकी चर्चा पूरे देश में होती है और खिलाड़ियों को भी मून स्कूल ओलंपिक का इंतजार रहता है।

प्रदेश का सबसे बड़ा स्कूल गेम्स आयोजन

भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष फतेहपुर सीकरी सांसद राजकुमार चाहर ने कहा कि निश्चित तौर पर इस तरह की खेल स्पर्धाएं खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के साथ-साथ उन्हें तराशने का भी काम करती हैं। सांसद चाहर ने कहा के आगरा का यह खेलों का महाकुंभ उत्तर प्रदेश का पहला और अनूठा आयोजन है।


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