यूपी में मदरसों के सर्वे शुरू हो गए हैं। गुरुवार को लखनऊ के दारुल उलूम नदवा में भी सर्वे टीम आई। नदवा कॉलेज का शुमार देश के बड़े मदरसों में होता है। नदवा की ओर से कहा गया कि हम सर्वे का खुले दिल से स्वागत करते हैं। सरकार जो जवाब चाहती है हम उसका जवाब देने के लिए तैयार हैं। सर्वे से उम्मीद है मदरसों की स्थिति बेहतर होगी। इसी दौरान सपा प्रमुख और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ऐसा ट्वीट किया जिसमें नदवा में हो रहे सर्वे को तो जिक्र नहीं किया लेकिन उनका संकेत साफ था। इसमें उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा सर्वे न्यायपूर्ण नहीं है।
अखिलेश ने अपने संक्षिप्त ट्वीट में कहा, ‘किसी भी सम्मानित धार्मिक-मज़हबी स्थान का सर्वे करवाना यदि न्यायपूर्ण नहीं है तो ये आस्थाओं को गहरी चोट पहुंचाता है। इंसाफ़ सबसे बड़ा धर्म होता है।’ हालांकि, नदवा ने इस सर्वे का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई कि ऐसे सर्वे से मदरसों की स्थिति बेहतर होगी।
कुछ ट्विटर यूजर्स ने भी इस ट्वीट पर अखिलेश को ही ट्रोल किया। एक यूजर ने लिखा- ‘साहब… साफ-साफ बोलिए ना कि ‘मदरसों का सर्वे कराना।’ मुस्लिम वोट तो चाहिए लेकिन मुस्लिम मुद्दे नहीं। शाबाश, सेक्युलर नेता जी।’ बाकी यूजर ने भी इसी बात पर ट्रोल किया कि अखिलेश को मुसलमानों के वोट तो चाहिए लेकिन उनके मुद्दों से बचते हैं।’
इस सर्वे में नदवा के वाईस प्रिंसिपल मौलना अब्दुल अज़ीज़ भटकली, मौलाना कमाल नदवी मीटिंग में मौजूद थे। नदवा कॉलेज मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के चेयरमैन की अध्यक्षता में चलता हे। सर्वे करने के दौरान एसडीएम सदर नवीन कुमार, डीएमओ सोन कुमार, और एबीएसए मौजूद थे। इस सर्वे के दौरान 12 बिंदुओं पर जानकारी ली जा रही है।
इन बिंदुओं पर हो रहा है सर्वे
पहला: दिए गए फॉर्मेट में बनाए गए 12 कॉलम में पहला कॉलम मदरसे का नाम से भरा जाएगा
दूसरा: मदरसे को संचालित करने वाली संस्था का नाम इसमें भरा जाएगा।
तीसरा: मदरसा के स्थापना वर्ष के बारे में विवरण भरना होगा।
चौथा: फॉर्मेट के चौथे कॉलम में मदरसों की अवस्थिति का पूरा विवरण देना होगा। मतलब, मदरसा निजी भवन में चल रहा है या किराए के भवन में। इसकी जानकारी देनी होगी।
पांचवीं: क्या मदरसे का भवन छात्र-छात्राओं के लिए उपयुक्त है? इस सवाल का जवाब देना होगा। इसमें बताना होगा कि मदरसे का भवन सुरक्षित है या नहीं। इसके अलावा पेयजल, फर्नीचर, बिजली की व्यवस्था, शौचालय आदि सुविधाओं के बारे में बताना होगा
छठा: सर्वे फॉर्मेट के छठे कॉलम में मदरसे में पढ़ रहे छात्र- छात्राओं की कुल संख्या के बारे में जानकारी देनी है।
सातवां: मदरसे में कुल शिक्षकों की संख्या क्या है? इसका विवरण देना है।
आठवां: मदरसे में लागू पाठ्यक्रम क्या है? मतलब, किस पाठ्यक्रम के आधार पर बच्चों को शिक्षा दी जा रही है, इसकी जानकारी ली जाएगी।
नौवां: मदरसे की आय का स्रोत क्या है? इसमें यह बताना होगा कि मदरसा को संचालित करने के लिए दान या जकात मिल रही है तो वह कहां से आ रह है।
दसवां: क्या इन मदरसों में पढ़ रहे छात्र-छात्राएं किसी और शिक्षण संस्थान स्कूल में नामांकित हैं? मतलब छात्रों के अन्य संस्थानों में भी एडमिशन लिए जाने के बारे में जानकारी ली जाएगी।
ग्यारहवां: क्या किसी गैर सरकारी संस्था या समूह से मदरसे की संबद्ध है? अगर हां तो इस संबंध में पूरा विवरण होगा।
बारहवां: यह कॉलम अभियुक्ति का होगा। इसमें सर्वेयर तमाम बिंदुओं पर मदरसा संचालकों की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी पर अपनी टिप्पणी लिख सकते हैं।
-एजेंसी
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