संघ लोक सेवा आयोग 2022 सिविल सेवा परीक्षा में टॉप 5 में 4 लड़कियों ने बाजी मारी, इशिता किशोर टॉपर 1

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संघ लोक सेवा आयोग ( UPSC) ने सिविल सेवा 2022 परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया है। इशिता किशोर ने AIR 1 रैंक हासिल की है। उसके बाद गरिमा लोहिया, उमा हरथी एन और स्मृति मिश्रा रहीं। इस बार लड़कियों ने परीक्षा में दबदबा कायम किया है।

यूपीएससी सिविल सर्विसेज परीक्षा के फाइनल रिजल्ट में कुल 933 उम्मीदवार नियुक्ति के लिए चयनित किए गए हैं। इनमें से 345 कैंडिडेट्स अनारक्षित, 99 ईडब्ल्यूएस, ओबीसी से 263 एससी से 154 तथा एसटी कैटेगरी से 72 उम्मीदवार शामिल किए हैं।आईएएस के पद पर चयन के लिए 180 उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया है। जबकि 178 उम्मीदवारों की रिजर्व सूची भी तैयार की गई है।

यूपीएससी ( UPSC) सिविल सेवा परीक्षा 2022 में इशिता किशोर ने पहला स्थान पाया है, वहीं दूसरी स्थान पर गरिमा लोहिया, तीसरे स्थान पर उमा हरथी एन , चौथे स्थान पर स्मृति मिश्रा, जबकि असम के तेजपुर के रहने वाले मयूर हजारिका ने पांचवां स्थान हासिल किया है , छठवें नंबर पर गहना नव्या जेम्स, सातवें स्थान पर वसीम अहमद भट्ट, आठवें स्थान पर अनिरुद्ध यादव, नौंवे नंबर पर कनिका गोयल और 10वें स्थान पर राहुल श्रीवास्तव हैं।

बता दें कि संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने UPSC CSE की प्रीलिम्स परीक्षा 5 जून 2022 को आयोजित की थी। इसका परिणाम 22 जून को जारी किया गया था। प्रीलिम्स में सफल अभ्यर्थी 16 से 25 सितंबर तक आयोजित मुख्य परीक्षा में शामिल हुए थे, जिसके परिणाम 6 दिसंबर को घोषित किए गए थे। वहीं, साक्षात्कार 18 मई को समाप्त हुए थे। इस परीक्षा को पास करने के बाद 180 अभ्यर्थी आईएएस बनेंगे जबकि 38 अभ्यर्थी आईएफएस बनेंगे। 200 अभ्यर्थियों को आईपीएस बनने का मौका मिलेगा। इस परीक्षा के माध्यम से कुल 1022 पद भरे जाने हैं।

टॉप करने वाली इशिता किशोर ने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री राम कॉलेज ऑफ कार्मस से इकनॉमिक्स में पढ़ाई की है। वह मूल रूप से हरियाणा की रहने वाली हैं। परीक्षा में टॉप करने पर वह काफी खुश हैं। मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने बताया कि मुझे सफलता की पूरी उम्मीद थी, लेकिन मेरिट लिस्ट में पहले स्थान प्राप्त होना मेरे लिए सुखद आश्चर्य है। उन्होंने बताया कि यहां तक पहुंचने का उनका सपना कठिनाइंयों भरा रहा है।

मीडिया मुखातिब होते हुए उन्होंने बताया कि उनका बचपन से ही सपना IAS बनने का था। यही वजह थी कि उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान ही सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। हालांकि, खुद खर्च चलता रहे और परिवार को थोड़ा सपोर्ट मिले इसलिए उन्होंने निजी मल्टी नेशनल कंपनी में बतौर रिस्क एडवाइजर की नौकरी ज्वाइन की। यूपीएससी की सिविल सर्विसेज परीक्षा में उनका चयन हो सके, इसके लिए उन्होंने कई घंटों की पढ़ाई की और एक प्लान बनाया। और उसी हिसाब से तैयारी की।

Compiled: up18 News


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