केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा है कि सरकार और आंदोलनकारी किसानों के बीच अधिकांश मामलों पर सहमति बन चुकी थी. उन्होंने आशंका जाहिर की है कि आंदोलन में शामिल लोगों में से कुछ ऐसे भी हो सकते हैं जो समाधान के बजाए इसे समस्या के रूप में देखना चाहते हैं. कृषि मंत्री का कहना है कि किसानों को ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए.
किसानों के करीब 200 संगठनों के प्रतिनिधि अपनी कई मांगों को लेकर दिल्ली की ओर आने की कोशिश कर रहे हैं. उन्हें रोकने के लिए हरियाणा और दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक अर्जुन मुंडा ने कहा कि अधिकांश बातों पर सहमति बनी. कुछ बातों पर हम अभी भी ओपन हैं, बातचीत के लिए. उसके विकल्प वो (किसान) भी दे सकते हैं. मैं भी दे सकता हूं. एक विकल्प से हम उसका समाधान ढूंढ सकते हैं.”
उन्होंने कहा कि विकल्प का मतलब है कि समाधान के लिए रास्ते कैसे हों?
किसान नेताओं की कल चंडीगढ़ में केंद्र सरकार के तीन मंत्रियों से बातचीत हुई थी. इस बातचीत में अर्जुन मुंडा भी शामिल थे. इस बातचीत में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय भी मौजूद थे.
आगे बढ़ चुकी थी बात
अर्जुन मुंडा ने बताया, “सरकार की ऐसे कई मामलों में सहमति बन चुकी थी और उस पर बात आगे बढ़ चुकी थी लेकिन कुछ विषय को लेकर मुझे ऐसा लगता है कि कुछ ऐसे लोग भी उसमें हो सकते हैं कि जो इसका समाधान के बजाए समस्या के रूप में देखना चाहते हैं पर मैं किसानों से यही निवेदन करूंगा कि वैसे लोगों के जो वातावरण को प्रतिकूल बनाना चाहते हैं, उसने सावधान रहें.”
उन्होंने कहा, “जो सरकार को जानकारी मिल रही है, बहुत सारे ऐसे लोग जो इसमें कोशिश करेंगे कि इस तरह की स्थिति बने जिससे एक वातावरण प्रदूषित हो.”
कृषि मंत्री ने कहा, “मैं ऐसे किसान भाइयों से भी कहूंगा कि इन सारी चीजों से वो बचें क्योंकि भारत सरकार प्रतिबद्ध है किसानों के हितों को लेकर.”
-एजेंसी