औरैया। एसीएस होम अवनीश अवस्थी और यूपी पुलिस के डीजीपी की पहल पर यूपी में ‘ऑपरेशन पाताल’ के तहत अवैध शस्त्र फैक्ट्री का खुलासा औरैया पुलिस ने किया है। ऐसा पहली बार हुआ है जबकि बरामद असलाह विभिन्न रंगों में पेंट कर बनाए गए थे। छापेमारी में 3 अभियुक्तों के पास से 45 निर्मित और अर्धनिर्मित अवैध असलहों सहित 19 कारतूस व असलहा बनाने के औजार प्राप्त हुए हैं। ऑपरेशन की सफलता पर औरैया के एसपी ने खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 15 हजार रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की है।
औरैया पुलिस की ओर से जारी सूचना के अनुसार अवैध असलहों को बनाने की यह फैक्ट्री जनपद के बेला थाना अंतर्गत विधूना मार्ग स्थित धन्ना पुरवा के पास घने जंगल में संचालित की जा रही थी। मुखबिर की सूचना पर थाना बेला और एसओजी टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए यह खुलासा किया है। टीम में एसओजी इंस्पेक्टर सत्येंद्र सिंह यादव, हेड कांस्टेबल प्रवीन यादव, रूपेंद्र कुमार, संजय कुमार,धर्मेंद्र कुमार, दीपक कुमार सहित कांस्टेबल प्रभात मणि त्रिपाठी, अमित कुमार, सुबोध कुमार, ललित कुमार, विवेक कुमार और धर्मेंद्र शर्मा शामिल थे। वहीं, बेला थाना के प्रभारी निरीक्षक जीवाराम, एसआई राजपाल सिंह, हेड कांस्टेबल मदन सिंह, कांस्टेबल वीरी सिंह, विपिन कुमार और राशिद खान ने छापेमारी में शामिल रहे।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों ने पूछताछ में जानकारी दी है कि मुख्य अभियुक्त रामदुलारे शर्मा उर्फ डॉक्टर अवैध असलहा भैहदपुरा थाना के एरवाकटरा का रहने वाला है। रामदुलारे ही अवैध तमंचे बनाने का कारीगर है। वह तमंचों का निर्माण करने के बाद दखलीपुर थाना के फफूंद निवासी प्रदीप कुमार और दिबियापुर थानाक्षेत्र के काजल मार्वल निवासी सुघर सिंह की मदद से उसकी तस्करी करवाता था। वे दोनों इन असलहों को औरैया, इटावा, कन्नौज और मैनपुरी जनपद में सप्लाई करते थे। उन्होंने बताया कि ग्राहकों की मांग को देखते हुए 5000 से 6000 रुपए में बेचते थे।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, इनके पास से 315 बोर के 33, 12 बोर के 8, 32 बोर के 4 एवं 1 अर्धनिर्मित तमंचा बरामद किया गया है। वहीं, 315 बोर के 14 और 12 बोर के 5 जिंदा कारतूस भी हाथ लगा है। साथ ही, असलहों को बनाने के तमाम औजार भी बरामद किए गए, पकड़े गए अभियुक्तों पर आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।
-एजेंसी