यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने कहा है कि अगर रूस को 2024 में पेरिस में होने वाले ओलंपिक में हिस्सा लेने दिया जाता है तो इससे संदेश जाएगा कि ‘आतंकवाद को मंज़ूरी’ दी जा रही है. उन्होंने कहा है कि वह इस मुद्दे को फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ उठा चुके हैं.
ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूस को ओलंपिक जैसे मंच का इस्तेमाल प्रोपेगैंडा फ़ैलाने के लिए नहीं करने देना चाहिए.
अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने कहा है कि रूस और बेलारूस के एथलीट ओलंपिक में न्यूट्रल रूप में हिस्सा ले सकते है. जिसका मतलब है कि वह अपने देश का प्रतिनिधित्व नहीं करेंगे बल्कि सिर्फ़ बतौर एथलीट हिस्सा लेंगे.
लेकिन यूक्रेन ने कहा है कि अगर पेरिस ओलंपिक 2024 में रूस और बेलारूस के एथलीट हिस्सा लेंगे तो वह इस आयोजन का बायकॉट करेगा.
बीती रात एक वीडियो संबोधन में ज़ेलेंस्की ने कहा, “रूसी एथलीटों को ओलंपिक में हिस्सा लेने देना पूरी दुनिया को यह बताने का प्रयास होगा कि आतंक स्वीकार्य है.”
“रूस को किसी भी तरह इस खेल या किसी अन्य खेल आयोजन के ज़रिए प्रोपेगैंडा, आक्रामकता या उसके राष्ट्रवाद को प्रचारित नहीं करने देना चाहिए.” आईओसी ने बीते सप्ताह कहा था कि रूस और बेलारूस के एथलीट “न्यूट्रल एथलीटों” के रूप में ओलंपिक में हिस्सा ले सकते हैं. संस्था का कहना है कि “किसी भी एथलीट को सिर्फ़ उनके पासपोर्ट की वजह से प्रतिस्पर्धा में शामिल होने से नहीं रोका जाना चाहिए.”
हालांकि ज़ेलेंस्की का कहना है कि खेल में कोई भी न्यूट्रैलिटी नहीं हो सकती क्योंकि यूक्रेन के खिलाड़ी युद्ध के मैदान में जान गवां रहे हैं.
वहीं ब्रितानी सरकार ने भी रूस के एथलीटों को न्यूट्रैलिटी के तहत ओलंपिक में शामिल होने देने की योजना की निंदा की है.
Compiled: up18 News