रूस के जोरदार हमलों का सामना कर रहे यूक्रेन के विदेश मंत्री दमयत्रो कुलेबा ने एक बार फिर से भारत से मदद की गुहार लगाई है। कुलेबा ने पीएम मोदी से अनुरोध किया है कि वे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात करें। यूक्रेनी विदेश मंत्री ने पीएम मोदी से मदद की यह गुहार ऐसे समय पर लगाई है जब पुतिन ने चेतावनी दी है कि यूक्रेन का देश का दर्जा ही संकट में पड़ने जा रहा है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन भारत के खाद्य सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है और यह भारत के हित में है कि जंग बंद हो जाए।
कुलेबा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘भारत यूक्रेन के कृषि उत्पादों का बड़ा उपभोक्ता है और अगर जंग जारी रहती है तो यूक्रेन को इसे सप्लाई करना मुश्किल होगा।’ यूक्रेनी विदेश मंत्री ने कहा कि जंग जारी रही तो हमारे किसान बुआई नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि यूक्रेन दुनिया के खाद्य सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कुलेबा ने कहा, ‘पुतिन हमारे अस्तित्व के अधिकार को ही नहीं मानते हैं। सामान्य भारतीय रूसी दूतावास पर युद्ध को रोकने के लिए दबाव डाल सकता है।’
यह युद्ध भारत समेत सभी के हितों के खिलाफ
रिपोर्ट के मुताबिक कुलेबा ने पीएम मोदी से गुहार लगाई कि वह पुतिन से बात करें और उन्हें बताएं कि यह युद्ध सभी के हितों के खिलाफ है। कुलेबा ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी का हम आह्वान करते हैं कि वह राष्ट्रपति से बात करें और उन्हें यह बताएं कि यह जंग किसी के हित में नहीं है। इस पूरे ग्रह पर अगर कोई इस युद्ध में रुचि रखता है तो वह केवल राष्ट्रपति पुतिन स्वयं हैं। रूस के लोग भी इस युद्ध के पक्ष में नहीं हैं।’ रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यह जंग बंद हो जाती है तो भारत अमेरिका के काट्सा प्रतिबंधों से बच सकता है।
यूक्रेन के विदेश मंत्री के मदद की गुहार के बीच रूस ने पश्चिमी देशों से प्रतिबंधों की मार से बचने के लिए भारत से आर्थिक रिश्ते और ज्यादा मजबूत करने पर जोर दिया है। रूस के भारत में राजदूत डेनिस अलीपोव ने शनिवार को कहा कि यूक्रेन में चल रहे संकट का पूरी दुनिया पर असर होगा। उन्होंने कहा, ‘इस संकट का पूरी दुनिया के लिए असर होगा। इसमें रूस और भारत के बीच रिश्ता शामिल है। यह किस हद तक होगा, यह कहना अभी मुश्किल है।’
आर्थिक रिश्तों को मजबूत कर सकता है भारत: रूस
रूसी राजदूत ने कहा कि भारत इस मौके का फायदा उठाते हुए रूस के साथ अपने आर्थिक रिश्तों को ज्यादा मजबूत कर सकता है। उन्होंने कहा, ‘यह भारतीयों के लिए समझदारी भरा होगा कि वे हालात का फायदा उठाएं, वह भी तब जब पश्चिमी देश हमारे साथ सहयोग करने से इंकार कर रहे हैं।
भारतीय रूसी बाजार में और ज्यादा सक्रिय होकर घुस सकते हैं। यह भारतीय बिजनेस के लिए अच्छा मौका है।’ बता दें कि पीएम मोदी यूक्रेन संकट पर अब तक दो बार पुतिन से बातचीत कर चुके हैं। यही नहीं यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारत लगातार दोनों ही देशों से संघर्ष विराम की मांग कर रहा है।
-एजेंसियां
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