मोदी सरकार के दो सबसे काबिल मंत्री

अन्तर्द्वन्द

एस जयशंकर वर्तमान में विदेश मंत्री हैं। पहले भारत की IFS सर्विसेज में कार्यरत थे। भारत की तरफ से अमेरिका, चीन, सिंगापुर इत्यादि देशों में एंबेसडर (उच्चायुक्त) नियुक्त रहे हैं। उन्हें इन देशों के साथ डील करने का व्यक्तिगत अनुभव है। इनकी समस्याएं, इनकी स्ट्रेंथ, इनकी वीकनेस सब पता है। भाजपा ने एकदम सही कदम उठाया जो इन्हें राज्यसभा से सांसद बना के मंत्री बना दिया। सुषमा स्वराज का पद इनसे बेहतर कोई रिप्लेस नही कर सकता। इनकी अंग्रेजी भी अच्छी है तो विदेशी पत्रकारों को उनकी ही धरती पे उनकी ही जुबान में मजबूत जवाब देते हैं।

एक वाकए में किसी यूरोपियन पत्रकार ने यूरोप में ही जयशंकर से पूछा की यूक्रेन- रूस के युद्ध के दौरान भारत रूस से तेल खरीद रहा है। इसपर भारत का क्या स्टेंड है ? वो किसके साथ है। तो जयशंकर का जवाब था की, “पहले तो यूरोप इस सोच से बाहर आ जाए की उनकी समस्याएं पूरी दुनियां की समस्या है और दुनिया की समस्या से यूरोप का कोई लेना देना नही है. भारत दुनिया का २सरा सबसे बड़ा मार्केट, 4थी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, 2सरी सबसे बड़ी जनसंख्या है। भारत का अपना स्टैंड है, जरूरी नही वो इसके या उसके साथ खड़ा हो।”

एस जयशंकर को आप भाजपा का थरूर कह सकते हैं।

नितिन गडकरी वर्तमान में ट्रांसपोर्ट और राजमार्ग मंत्री हैं। इनकी खूबी ये है की भाजपा में ये इकलौते काम करने वाले मंत्री हैं। इन्हें अपना काम, प्रोजेक्ट्स, उसकी लागत, टेक्नोलोजी उंगलियों पर रटी होती है। आप कभी इनका लोकसभा का भाषण सुनिए। आप घंटे भर तक बस सुनते जायेंगे। किसी अन्य पार्टी का मंत्री सांसद भी अगर प्रोजेक्ट लेकर जाता है तो मना नहीं करते, ये इनकी सबसे अच्छी बात है। क्योंकि सांसद भले दूसरी पार्टी का हो, जनता और वो क्षेत्र तो इनका भी है। नए एंटरप्रेन्योर को भी इन्होंने कई मौके दिए हैं। कई विदेशी टेक्नोलोजी को इन्होंने भारत के राजमार्ग और पुल बनाने में यूज किया है।

ये दो मंत्री अपने पोर्टफोलियो और अपने मंत्रालय की इज्जत बढ़ाते हैं। बाकी इस सरकार में सोसल जस्टिस के एक मंत्री तो रामदास आठवले भी है जो WHO के राष्ट्र लेवल के अधिकारी से “गो कोरोना गो ” बुलवा के कोरोना भागा रहे थे।

साभार- Lakshmi Pratap Singh

Note:  लेखक भाजपा का समर्थक कतई नही है, लेकिन ये दो डिजर्विंग लोग हैं जिनकी तारीफ होनी चाहिए। इन्हें नियुक्त करने वालों को साधुवाद। और जनता को भी ऐसे लोगों को चुनना चाहिए।