तुर्की ने इसराइल से अपने राजदूत को वापस बुला लिया है. इसराइल ने हमास के साथ युद्धविराम से इंकार कर दिया था. इसके बाद इसराइल ने ये फ़ैसला लिया.
तुर्की के विदेश मंत्रालय ने इसका ऐलान करते हुए कहा, ”इसराइल की ओर से ग़ज़ा में नागरिकों पर हमले के बाद जो त्रासदी पैदा हुई है, उसमें ये ज़रूरी था कि इस तरह के हमले रोके जाएं. लेकिन इसराइल सीज़फ़ायर के लिए तैयार नहीं है.”
साल 2022 में साकिर ओजकान तोरुनलार को तुर्की को राजदूत बनाया गया था.
2018 में कई फ़लस्तीनियों की हत्या के विरोध में इसराइल ने अपना राजदूत वापस बुला लिया था. लेकिन 2022 में तोरुनलार को राजदूत बना कर भेजा गया था.
तुर्की के इस फैसले से इसराइल के साथ इसके रिश्तों में और तनाव आ सकता है.
तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप्प अर्दोआन ने इससे पहले कहा था कि ग़ज़ा में हमले जारी रहे तो वो इसराइली राष्ट्रपति बिन्यामिन नेतन्याहू से संपर्क तोड़ देंगे.
अर्दोआन ने तुर्की मीडिया से कहा था, ”नेतन्याहू अब ऐसे शख्स नहीं रहे, जिनसे बात की जा सके. हमने उन्हें खारिज कर दिया है.” तुर्की से पहले जॉर्डन और बहरीन भी इसराइल से अपने राजदूत बुला चुके हैं.
Compiled: up18 News