आगरा: उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोशन द्वारा आगरा मेट्रो के प्रथम कॉरिडोर के लिए पीएसी परिसर में विश्वस्तरीय डिपो का निर्माण कार्य जारी है। ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच बन रहे पहले कॉरिडोर में ट्रेन के संचालन के लिए डिपो परिसर में आधुनिक ऑपरेशन कमांड सेंटर का निर्माण किया जाएगा। ऑपरेशन कमांड सेंटर से ही प्रथम कॉरिडोर में ट्रेनों के आवागमन को नियंत्रित किया जाएगा।
ताकि हर एक मेट्रो ट्रेन पर नजर रखी जा सके
आधुनिक तकनीक एवं मशीनों से लैस ऑपरेशन कमांड सेंटर (ओसीसी) में सर्विलांस व इलेक्ट्रिानिक्स सिस्टम के जरिए हर एक मेट्रो ट्रेन पर नजर रखी जा सकेगी। कन्ट्रोल रूम में लगे मॉनिटर पर लाइन डायग्राम की मदद से ताज ईस्ट गेट व सिकंदरा के बीच ट्रेनों की स्थिति को न सिर्फ देखा जा सकेगा बल्कि ट्रेनों को यहां से संचालित भी किया जाएगा। ओसीसी से मेट्रो स्टेशन व ट्रैक पर लगे सिग्नल्स का संचालन होगा। इसके साथ ही स्टेशन परिसर एवं ट्रेन में लगे सीसीटीवी कैमरों के जरिए पूरे कॉरिडोर पर नजर रखी जा सकेगी।
ऐसे काम करता है ओसीसी
बता दें कि मेन लाइन एवं डिपो परिसर में ट्रेन के आवागमन हेतु ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर से ही सिग्नल दिए जाते हैं। कॉरिडोर में सुरक्षित ट्रेन संचालन हेतु ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर में चीफ कंट्रोलर की निगरानी में अन्य विभागों के कंट्रोलर्स की टीम काम करती है, जिसमें ट्रैफिट कंट्रोलर, ट्रैक्शन कंट्रोलर, इलेक्ट्रिकल एवं मिकैनिकल कंट्रोलर, सिग्नलिंग कंट्रोलर एवं रोलिंग स्टॉक कंट्रोलर आदि शामिल होते हैं।
आगरा में बनाए जा रहे दो कॉरिडोर
गौरतलब है कि ताजनगरी में 29.4 किमी लंबे दो कॉरिडोर का मेट्रो नेटवर्क बनना है, जिसमें 27 स्टेशन होंगे। ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच 14 किमी लंबे पहले कॉरिडोर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इस कॉरिडोर में 13 स्टेशनों का निर्माण होगा। जिसमें 6 एलीवेटिड जबकि 7 भूमिगत स्टेशन होंगे। इस कॉरिडोर के लिए पीएसी परिसर में डिपो का निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ ही आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच लगभग 16 कि.मी. लंबे दूसरे कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 14 ऐलीवेटेड स्टेशन होंगे। इस कॉरिडोर के लिए कालिंदी विहार क्षेत्र में डिपो का निर्माण किया जाएगा।