हाथरस: अलीगढ़ से हाथरस के हसायन क्षेत्र के गांव मेवली जा रही एक बरात खुशी के कारवां से मातम में बदल गई, जब बस में खिड़की के पास बैठे 11 साल के मोहम्मद अली का सिर एक भयावह हादसे में धड़ से अलग हो गया। इस मासूम बच्चे ने चलती बस से अपना सिर खिड़की से बाहर निकाला ही था कि तभी बगल से तेज़ी से गुजरी एक डीसीएम की चपेट में आने से यह दर्दनाक घटना घटित हुई। बच्चे का धड़ बस के अंदर रह गया, जबकि सिर कटकर सड़क पर गिर पड़ा। यह हादसा हाथरस जंक्शन क्षेत्र के महौ रोड पर रविवार को हुआ, जिसने पूरे परिवार और बरातियों को स्तब्ध कर दिया।
रविवार को अलीगढ़ के मगदूम नगर से चचेरे भाई साहिल और दानिश की शादी के लिए दो दूल्हों की बरात हसायन के गांव मेवली रवाना हुई थी। पूरा परिवार उत्साह और जश्न में डूबा था। बरात में 11 वर्षीय मोहम्मद अली भी शामिल था, जो दूल्हों का चचेरा भाई था। वह बस में खिड़की के पास बैठा हुआ था और उसने अपना सिर खिड़की से थोड़ा बाहर निकाला हुआ था।
हाथरस जंक्शन क्षेत्र में महौ रोड पर बस जिस रास्ते से गुजर रही थी, वह बहुत संकरा था। निर्माणाधीन पुल की वजह से वहाँ ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति बनी हुई थी, जिससे बसें और अन्य वाहन एक-दूसरे के बेहद करीब आ जाते थे। इसी एक भयावह पल में सब कुछ खत्म हो गया।
डीसीएम की बॉडी ने खिड़की से निकले मोहम्मद अली के सिर को इतनी तेज़ टक्कर मारी कि उसका सिर धड़ से अलग हो गया। इस दृश्य को देखकर बस में बैठे बरातियों की चीखें निकल पड़ीं। खून का फव्वारा फूट पड़ा और पूरा माहौल सन्नाटे में डूब गया।
कुछ ही देर में कार से पीछे आ रहे अली के पिता आस मोहम्मद को जैसे ही हादसे की खबर मिली, वह दौड़ते हुए घटनास्थल पर पहुंचे। सामने अपने बेटे का धड़ बस के अंदर और सड़क पर पड़ा सिर देखकर उनकी हालत पागलों जैसी हो गई। पिता जमीन पर गिर पड़े और बार-बार बेटे के चेहरे से मिट्टी साफ़ करते रहे। पास ही खड़े बच्चे के चाचा ने सिर को उठाकर गमछे में लपेटा और दहाड़ें मारकर रोने लगे। आस मोहम्मद को होश में लाने के लिए लोग पानी पिलाते रहे, सहारा देते रहे, मगर पिता की आँखों में बसी वो दर्दनाक तस्वीर शायद ज़िंदगी भर उनका पीछा नहीं छोड़ेगी।
पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और डीसीएम चालक व बस ड्राइवर को हिरासत में ले लिया गया। बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पोस्टमार्टम हाउस पर परिजनों और मोहल्ले के लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। हर कोई इस हृदय विदारक घटना से सदमे में था और सभी की आँखें नम थीं।
सामाजिक मजबूरियों और तय मुहूर्त के चलते, घटना के बाद भी परिवार को दूल्हों को शादी के लिए भेजना पड़ा। दोनों दूल्हे कुछ करीबी लोगों के साथ गांव मेवली के लिए रवाना हुए, जबकि बाकी घर मातम में डूबा हुआ था।
जिस स्थान पर यह हादसा हुआ, वहां रेलवे लाइन पर पुल निर्माण कार्य चल रहा है। रास्ता बेहद संकरा है, फिर भी भारी वाहनों का आवागमन हो रहा था। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल के पास कोई ट्रैफिक मैनेजमेंट नहीं है, न ही कोई संकेतक या चेतावनी बोर्ड लगे हैं। ऐसे में इस तरह का हादसा होना लगभग तय था।
हाथरस जंक्शन पुलिस ने दोनों वाहनों को जब्त कर लिया है और चालकों से पूछताछ जारी है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की पूरी जांच की जा रही है और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।