आगरा: थाना मलपुरा के अंतर्गत रोहता इलाके में हल्दीराम लिखे हजारों डिब्बों में भरी सोनपपड़ी को आज शुक्रवार को आग लगा दी गई। नहर किनारे डिब्बों में आग लगी देखकर लोग पहुंचे।
ग्रामीणों ने बताया कि सुबह जब टहलने के लिए नहर की तरफ लोग पहुंचे, तो उन्हें हल्दीराम लिखे डिब्बे दिखाई दिए। इनमें आग लगी हुई थी। इन्हें कौन और कब फेंक गया? यह नहीं पता चल सका।
रोहता इलाके में रोहता नहर की दोनों तरफ सड़क है। यहां लोग सुबह टहलने के लिए जाते हैं। किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने बताया कि वह सुबह टहलने गए थे तो नहर की तरफ धुआं ही धुआं नजर आया। रोजाना स्वच्छ हवा लेने के लिए वे यहां आते हैं लेकिन आज बदबू से परेशान रहे। धीरे-धीरे वह उस जगह पहुंचे जहां आग और धुआं उठ रहा था।
उन्होंने देखा कि हल्दीराम लिखे हजारों डिब्बे यहां पड़े हुए थे। उनको खोलकर देखा गया तो उसमें सोनपपड़ी (मिठाई) भरी हुई थी। एक तरफ डिब्बों में आग सुलग रही थी। वहीं दूसरी ओर सैकड़ों डिब्बों का दूसरा ढेर पड़ा था, उनमें भी सोनपपड़ी भरी हुई थी। आसपास पूछताछ की गई तो यहां किसी ने यह माल डालते हुए नहीं देखा।
आसपास के लोगों ने बताया कि कोई रात में गाड़ी भरकर यहां माल पटक कर गया है। तेल छिड़क कर इसमें आग लगाने की कोशिश की गई। कयास लगाए जा रहे हैं कि या तो मिठाई एक्सपाइयर हो चुकी है या फिर कोई टैक्स चोरी का मामला हो सकता है। हजारों की संख्या में यहां डिब्बे जला दिए गए हैं। सैकड़ों की संख्या में डिब्बे अभी बिना जले रह गए हैं।
किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि किसान का मामला होता तो अब तक प्रशासन मुकदमा दर्ज कर देता। अब प्रशासन कहां चला गया है। प्रशासनिक अधिकारियों को अब प्रदूषण नहीं दिख रहा है। किसान जब खेत के कूड़े में आग लगा देते हैं तो प्रशासन तुरंत कार्रवाई कर देता है। अब नामी कम्पनी की मिठाइयां जल रही हैं तो कोई खबर नहीं ली जा रही है।