सर्दियों में पहने जाने वाले फैब्रिक की बात करें तो भारत के कश्मीरी पशमीना बकरी से मिलने वाले ऊन को सबसे सॉफ्ट और महंगे फैब्रिक में शुमार किया जाता है लेकिन दक्षिण अमेरिका की एंडीज पर्वत शृंखला में पाए जाने वाले विकुना नाम के जानवर का ऊन दुनिया का सबसे महंगा फैब्रिक है।
विकुना फैब्रिक सदियों से राजवंश और अमीरों के पहनावे में शामिल रहा है। अब भी इसका यह रुतबा कायम है। लग्जरी और महंगे फैब्रिक से कपड़े बनाने वाली इटली की कंपनी लोरो पियाना की वेबसाइट पर विकुना से बने मोजों की जोड़ी की कीमत लगभग 80,000 रुपए है। विकुना से बनी शर्ट 4.23 लाख रुपए की है। यह इतना दुर्लभ और महंगा है कि किसी भी मॉल पर आपको विकुना से बने कपड़े डिस्काउंट पर नहीं मिलेंगे।
आखिर इतना महंगा क्यों है विकुना यार्न
एंडीज पर्वत शृंखला में पाए जाने वाले छोटे ऊंट जैसे विकुना, दुनिया के लुप्त प्रायः प्राणियों की श्रेणी में आते हैं। इनका ऊन काफी सॉफ्ट, महीन और आरामदेह होता है। औपनिवेशिक काल में इनकी बड़े पैमाने पर फार्मिंग के कारण इनकी संख्या बहुत कम हो गई और 1960 में इन्हें दुर्लभ घोषित कर दिया गया। इसके बाद इन्हें पालने, रखने और ऊन निकालने के लिए बहुत सख्त नियम बना दिए गए हैं। इनका ऊन काफी हल्का और पतला होता है।
एक कोट बनाने के लिए 35 विकुना से निकालना पड़ता है ऊन
एक कोट बनाने के लिए लगभग 35 विकुना से ऊन निकालना पड़ता है। इटली की कंपनी लोरो पियाना ने पेरू की एंडीज शृंखला के पास 5,000 एकड़ जमीन पर विकुना के लिए एक अभयारण्य बनाया है। यहां विकुना को पाला जाता है और बहुत सख्त नियमों के तहत इनका ऊन निकाला जाता है।
पश्मीना या अन्य ऊन से कितना अलग है विकुना
सबसे उच्च गुणवत्ता वाले विकुना ऊन की मोटाई 12-14 माइक्रॉन होती है। सभी प्राकृतिक रेशों में यह सबसे आरामदायक होता है। इसका कम्फर्ट फैक्टर 100 में से 99 है। इसकी तुलना में कश्मीरी पशमीना की मोटाई 15-19 माइक्रॉन और बेबी अल्पाका की मोटाई 22.5 माइक्रॉन तक होती है। इसीलिए विकुना ऊन खास है।
Compiled: up18 News