बेंगलुरु: हाल ही में कर्नाटक और गुजरात में HMPV वायरस के संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं। कर्नाटका में दो बच्चों में यह वायरस रुटीन जांच के दौरान पाया गया। इन बच्चों में किसी प्रकार के गंभीर लक्षण नहीं थे और वे नियमित स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल गए थे। वहीं, गुजरात के अहमदाबाद में एक 2 महीने का बच्चा गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती हुआ, और उसकी जांच के बाद HMPV वायरस का संक्रमण पाया गया।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने इस बारे में बयान दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस वायरस के प्रसार पर काबू पाने के लिए हर संभव कदम उठाएगी। वहीं, स्वास्थ्य मंत्री ने इसे एक सामान्य फ्लू वायरस बताया और कहा कि इस पर घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य सरकार इस वायरस पर निगरानी रखेगी और भारत सरकार तथा ICMR से चर्चा की जाएगी।
HMPV वायरस के लक्षण कोविड-19 से मिलते-जुलते होते हैं, जिनमें सर्दी, बुखार, खांसी और गले में खराश शामिल हैं। यह वायरस विशेष रूप से बच्चों पर प्रभाव डालता है, खासकर 2 साल से कम उम्र के बच्चों में। वायरस खांसने, छींकने या संक्रमित वस्तुओं के संपर्क से फैलता है। हालांकि, इस वायरस का प्रभाव सामान्यतः हल्का होता है और इसके लक्षण सामान्य वायरल संक्रमण की तरह होते हैं।
वायरस के प्रसार को रोकने के उपाय
हाथों की स्वच्छता: साबुन और पानी से 20 सेकंड तक हाथ धोएं।
चेहरे का बचाव: बिना हाथ धोए चेहरा न छुएं।
मास्क का उपयोग: भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनें।
सतहों की सफाई: बार-बार छुई जाने वाली सतहों को नियमित रूप से साफ करें।
बीमार होने पर घर पर रहें: लक्षण होने पर दूसरों के संपर्क में आने से बचें।
HMPV पर निगरानी रखी जा रही
केंद्र सरकार ने इस वायरस के बारे में अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि यह इस मौसम में सामान्य फ्लू वायरस जैसा है। सरकार ने यह भी बताया कि इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों के मामलों की निगरानी के लिए एक मजबूत सिस्टम मौजूद है और HMPV पर निगरानी रखी जा रही है। इसके अलावा, भारत सरकार ने WHO से इस वायरस पर समय-समय पर अपडेट देने को कहा है, ताकि चीन में हो रहे हालात को ध्यान में रखते हुए उचित कदम उठाए जा सकें।