कनाडा की इकॉनमी में बड़ी भूमिका निभाते हैं ये भारतीय

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आज बात उन भारतीयों की, जिनकी गिनती कनाडा के सबसे अमीर कारोबारियों के तौर पर होती है और जो कनाडा के रियल एस्टेट, होटल इंडस्ट्री, आईटी सेक्टर समेत कई दूसरे सेक्टर में बड़ी भूमिका निभाते हैं। जिस पर कनाडा की इकॉनमी बहुद हद तक निर्भर करती है। आपको बता दें कि भारत के रहने वाले लोग कनाडा के प्रॉपर्टी, आईटी और रिसर्च, ट्रैवेल और स्मॉल बिजनेस में सेक्टर में सबसे ज्यादा योगदान देते हैं। सीआईआई की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय कंपनियों ने कनाडा में साल 2023 तक 41 हजार करोड़ का निवेश किया है।

बिल मल्होत्रा

भारतीय बिजनेसमैन बिल मल्होत्रा कनाडा के रियल एस्टेट सेक्टर के किंग कहलाते हैं। फोर्ब्स रियल टाइम बिलेनियर्स इंडेक्ट के मुताबिक उनका नेटवर्थ 1.9 अरब डॉलर से अधिक का है। 74 साल के बिल मल्होत्रा का जन्म भारत में हुआ। पढ़ाई-लिखाई के बाद साल 1971 में कनाडा चले गए, जहां उन्होंने इंजीनियरिंग फर्म की शुरुआत की। आज कनाडा में इनके रियल एस्टेट कारोबार का पूरा जाल फैला है । इसकी गिनती कनाडा के सबसे अमीर भारतीयों में होती है।

प्रेम वत्स

प्रेम बत्स का जन्म साल 1950 में हैदराबाद में हुआ। आईआईटी मद्रास से केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद वो कनाडा चले गए। साल 1974 में उन्होंने टोरंटो में इंश्योरेंस सेक्टर से शुरूआत की और आज वो कनाडा के सबसे बड़े कारोबारियों में शामिल है।

फेयरफैक्स फाइनेंशियल होल्डिंग के मालिक प्रेम वत्स कनाडा नें बड़ी संख्या में बोजगार पैदा करते है। वहां की इकॉनमी में बड़ा रोल निभाते हैं। उन्हें कनाडाई वॉरेन बफेट भी कहा जाता है। उनकी 1.46 लाख करोड़ की कंपनी कनाडा की अर्थव्यवस्था में बड़ा रोल निभाती हैं।

स्टीव गुप्ता

भारतीय गुप्ता स्टीव गुप्ता कनाडा के चौथे सबसे अमीर हैं। 350 करोड़ डॉलर की संपत्ति के साथ स्टीव गुप्ता कनाडा के होटल इंडस्ट्री के किंग कहे जाते हैं। कभी फैक्ट्रियों और बीमा कंपनियों में कान करने वाले स्टीव कनाडा में कई कंपनियां शुरू की। पटियाला के रहने वाले स्टीव गुप्ता कनाडा के सबसे बड़ी होटल चेन के मालिक हैं।

सुरजीत बाबरा

भारतीय कारोबारी सुरजीत बाबरा कनाडा के बड़े कारोबारियों में शामिल है। उनकी कुल संपत्ति 300 मिलियन डॉलर की है। कनाडा के सबसे अमीर भारतीयों की सूची में वो पांचवें नंबर पर है। साल 1979 में, कनाडा गए सुरजीत स्काईलिंक ट्रैवल ग्रुप के मलिक हैं।

रमेश चोटाई

भारत में जन्मे रमेश चोटाई साल 1972 में कनाडा चले गए। वहां उन्होंने फार्मेसी का काम शुरू किया। वर्तमान में बायोमेड फार्मास्यूटिकल्स के चेयरमैन हैं। अपनी फार्मास्यूटिकल्स प्रोडक्ट के जरिए वो कनाडा की इकॉनमी में बड़ा रोल निभाते हैं।

अपूर्व मेहता

भारतीय मूल के कारोबारी अपूर्व मेहता सैन फ्रांसिस्को बेस्ट ग्रॉसरी डिलीवरी फर्म इंस्टाकार्ट के फाउंडर रहे हैं। अपूर्व कनाडा में रहते हैं और वहीं से अपना कारोबार चलाते हैं। फोर्ब्स के मुताबिक अपूर्वा का नेटवर्थ 1 अरब डॉलर से अधित का है। उनकी गिनती भारतीय मूल के अमीर कारोबारियों के तौर पर होती है।

वासु चंचलानी

वासु चंचलानी कनाडा के सबसे अमीर भारतीयों की लिस्ट में सातवें नंबर पर है। स्वास्थ्य और सार्वजनिक नीति अनुसंधान में उनका बड़ा निवेश है। अपनी 7 मिलियन डॉलर की कुल संपत्ति के साथ वो कनाडा की इकॉनमी में, वहां रोजगा पैदा करने में बड़ा रोल निभाते हैं।

बर्ज एस ढाहन

साल 1967 में भारत से कनाडा गए बर्ज एस ढाहान सैंडहर्स्ट ग्रुप के मालिक हैं। वहां कनाडा के रियल एस्टेट सेक्टर के प्रमुख बिजनेसमैन हैं । इसके अलावा आसा जोहल , कनाडा के बड़ा भारतीय प्रवासियों में शामिल है। साल 1924 में कनाडा गए आसा जोहल ने कनाडा की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसके अलावा हरबंस सिंह डोमन, जो डोमन इंडस्ट्रीज के फाउंडर रहे थे, उन्हें कनाडा के सबसे अमीर कारोबारी के तौर पर जाना जाता है।

Compiled: up18 News