गलती से ही सही दूषित पानी पीने या बासी खाना खाने का सबसे पहले असर हमारे लीवर और किडनी पर पड़ता है। अगर हम लंबे समय तक सेहत से जुड़ी सावधानियों को अनदेखा करते हैं तो हमारा लीवर और किडनी ही सबसे पहले डैमेज होते हैं।
आजकल ज्यादातर समय हम सभी ऐसा खाना खाने पर फोकस करते हैं, जो बनाने में आसान हो और स्वाद से भरपूर। फिर ये सेहत के लिए वह फायदेमंद है या नहीं, यह बात हमारी प्राथमिकता में नहीं होती। अगर ऐसी भूलों के कारण अब आप सेहत संबंधी परेशानियों से जूझ रहे हैं तो यहां जानें उन हेल्पिंग फूड्स और हर्ब्स के बारे में, जो किडनी को क्लीन करने और फिर से हेल्दी बनाने में मदद करेंगे।
पार्सले (Parsley) के फायदे
पार्सले को अमजोद नाम से जाना जाता है और यह दिखने में हरी धनिया पत्ती जैसा होता है। आमतौर पर पार्सले का उपयोग फूड को गार्निश करने के लिए किया जाता है। पार्सले अपने औषधीय गुणों के कारण बॉडी से टॉक्सिन्स निकालने का काम करता है। इसमें एपिओल और मिरिस्टिसिन होते हैं किडनी स्टोन से बचाते हैं।
हल्दी का सेवन
हल्दी अपने कलर और फ्लेवर दोनों के कारण भोजन को स्वादिष्ट और सेहतमंद बनाती है। हल्दी में एंटिइंफ्लामेट्री एंजाइम्स होते हैं और कर्क्यूमिन नाम का यौगिक होता है, जो शरीर में किसी प्रकार की सूजन या दर्द को नहीं बढ़ने देते और किडनी की बीमारी के कारणों को पनपने से रोकते हैं।
इस स्थिति में कम लेते हैं हल्दी
एक तरफ जहां हल्दी अपनी खूबियों के कारण हमें किडनी या गुर्दे की बीमारी से बचाती है। वहीं अगर किसी को यह बीमारी हो चुकी है तो हल्दी का सेवन बेहद कम करने या ना करने की सलाह भी दी जाती है क्योंकि इसमें पोटैशियम काफी हाई होता है, जिसे बैलंस करने के लिए किडनी को काफी मेहनत करनी पड़ती है।
मकोय (Makoy) या भमोलन
मकोय के पौधे भमोलन नाम से भी जाना जाता है। यह बेहद छोटे टमाटर जैसी दिखनेवाली रसभरी होती है। मकोय की ना केवल बेरी बल्कि इसके पत्ते और तना भी किडनी से संबंधित रोगों को दूर करने में मदद करता है। आप मकोय का पौधा घर में लगा सकते हैं। मकोय में कई विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं जो किडनी को हेल्दी रखते हैं।
अदरक संवारे किडनी की सेहत
अगर आप चाहते हैं कि किडनी जीवनभर स्वस्थ बनी रहें तो सबसे पहले शुगर का सेवन कम करें क्योंकि यह किडनी को बहुत नुकसान पहुंचाती है। अदरक में जिंजरॉल होता है जो ब्लड शुगर को कम करने का काम करता है। रोज के खाने में अदरक का सेवन करने से डायबीटीज होने का खतरा भी बेहद कम हो जाता है।
लहसुन और इसकी खूबियां
लहसुन के बारे में पुरानी कहावत है कि इसमें अगर एक गुण और होता तो यह अमृत बन जाता। खैर, हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि लहसुन में एलिसिन नामक इंग्रीडिऐंट होता है, जो एंटिफंगल, ऐंटिबैक्टीरियल और ऐंटिइंफ्लामेट्री मेडिसिन के रूप में काम करता है।
ऐसे काम करता है लहसुन
अपने औषधीय गुणों के कारण लहसुन हमारी किडनी को हार्मफुल टॉक्सिन्स फिल्टर करने में मदद करता है ताकि किडनी के साथ ही पूरी बॉडी फिट बनी रहे। यह यूरिन की मात्रा बढ़ाकर बॉडी में सोडियम की मात्रा को मेंटेन रखने का काम करता है।
दालचीनी (Cinnamon)
इस हर्ब का नाम तो दालचीनी है लेकिन इसमें ना दाल होती है और ना ही चीनी। यह स्वीट और स्पाइसी हर्ब है, जो बॉडी में ग्लूकोज के लेवल को मैनेज करने का काम करता है। खाने में अक्सर दालचीनी का उपयोग डायबीटीज को कंट्रोल करने और किडनी डैमेज को रोकने का काम करता है लेकिन इसका रोज उपयोग लिवर को डैमेज भी कर सकता है।
हमारी किडनीज तभी सेहतमंद रह पाती हैं, जब हमारे शरीर में पोटैशियम और सोडियम का बैलंस हो। सेलेरी में ये दोनों ही तत्व संतुलित मात्रा में होते हैं। इसकी जड़ में लिक्विड कंटेंट होता है, जो यूरिन की मात्रा बढ़ाकर किडनी को क्लीन करने का काम भी करता है। हेल्थ ऐक्सपर्ट्स का कहना है कि यह यूटीई और किडनी इंफेक्शन से भी बचाता है।
बनी रहेगी किडनी की सेहत
यहां बताई गई हर्ब्स को अगर आप अपनी डेली डायट में उपयोग करते हैं तो आपको जीवन में कभी भी किडनी संबंधी समस्याएं नहीं होगीं। बस आपको जरूरत है यह जानने की कि कितनी मात्रा में आपको इन हर्ब्स का सेवन करना है। आप हर दिन इनमें से किसी एक हर्ब का इस्तेमाल अपने खाने में कर सकते हैं। इससे बॉडी को पूरा पोषण भी मिलेगा।
-एजेंसियां
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