बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए स्तरीय साहित्य के लेखन की परम आवश्यकता: डॉ.दिनेश पाठक

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आगरा: आज दिनांक 11 सित. 2024 को क. मुं हिंदी तथा भाषाविज्ञान विद्यापीठ, डॉ.भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा द्वारा हिंदी दिवस के उपलक्ष में आयोजित 10 दिवसीय हिंदी उत्सव के अंतर्गत हिंदी की कहानी – पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें कुल 25 प्रतिभागियों ने प्रतिभागिता की।

प्रतिभागियों द्वारा देशभक्ति एवं सामाजिक सरोकारों से जुडे विषयों पर आधारित स्वरचित रोचक कहानियों का विशिष्ट शैली में वाचन किया गया । सर्वश्रेष्ठ और समग्र प्रदर्शन के आधार पर प्रथम स्थान पर खंडेलवाल किशोरी रमण महिला पीजी. कॉलेज, मथुरा से प्रियंका , द्वितीय स्थान पर सयुंक्त रूप से के. एम. आई. की छात्रा विनीता शर्मा एवं छात्र शिवम ओझा और तृतीय स्थान पर संयुक्त रूप से के.एम.आई. के ही छात्र सत्यम तथा अनमोल को विजेता घोषित किया गया।

प्रतियोगिता संयोजक डॉ. संदीप शर्मा तथा सहसंयोजक व संचालक प्रीती यादव रहीं। प्रतियोगिता के निर्णायकों में वरिष्ठ कथाकार डॉ. शशि गोयल और डॉ. दिनेश पाठक ‘शशि’ रहे ।

इस अवसर पर बोलते हुए वरिष्ठ कथाकार एवं निर्णायक डॉ. शशि गोयल ने कहा “- कि उपन्यास यदि जीवन है,तो कहानी एक घटना और लघुकथा एक पल भर है। सब हमारे और आपके जीवन की घटनाएं हैं। समाज से ही कहानी बनती है और कहानी समाज को बनाती है।”

निर्णायक मंडल के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ.दिनेश पाठक ‘शशि’ ने प्रतिभागियों को कहानी कला के तत्वों को समझाते हुए उन्हें कहानी लिखने के सूत्र बताते हुए साहित्य लेखन की उपयोगिता एवं साहित्यकारों के दायित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि-” बच्चे ही देश के भावी कर्णधार होते हैं, अतः बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए स्तरीय साहित्य के लेखन की परम आवश्यकता है। ”

संस्थान के शिक्षकों में कार्यक्रम समन्वयक डॉ. पल्लवी आर्य तथा डॉ. नीलम यादव, डॉ. केशव शर्मा, डॉ. अमित कुमार सिंह,डॉ. मोहिनी दयाल, डॉ. वर्षारानी, डॉ. रमा, डॉ.शालिनी श्रीवास्तव, कंचन,डॉ. चारू अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।

रिपोर्टर- लवी किशोर