मध्य प्रदेश में नेताओं के कांग्रेस छोड़ने का सिलसिला जारी, प्रवक्ता सैयद जाफर समेत 64 नेता भाजपा में शामिल

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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा, पार्टी के लोकसभा चुनाव के सह प्रभारी सतीष उपाध्याय एवं न्यू ज्वॉइनिंग टोली के प्रदेश संयोजक डॉ. नरोत्तम मिश्रा के समक्ष प्रदेश कार्यालय में सोमवार को कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सय्यद जाफर, पथरिया के वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिनेश श्रीधर, कांग्रेस महामंत्री डॉ. मनीषा दुबे, रतलाम जिला पंचायत सदस्य संतोष पालीवाल, बसपा के प्रदेश प्रभारी व प्रदेश महासचिव डॉ. रामसखा वर्मा, पूर्व प्रचारक अभयराज सिंह, रतलाम के मध्यप्रदेश आई.टी.सेल महामंत्री अंकित पोरवाल, जिला कांग्रेस कमेटी महामंत्री विरेन्द्र नायमा, आलोट विधानसभा युवक कांग्रेस के अध्यक्ष सुरेश डागी, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश मैनूखेड़ी, ब्लॉक अध्यक्ष दुर्गालाल अटोलिया, एनएसयूआई के जिला प्रभारी गोपाल सिसोदिया सहित 64 से अधिक जनपद सदस्य, सरपंच, पूर्व सरपंच, कांग्रेस पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों एवं कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के विकास कार्यों से प्रभावित होकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष ने अंगवस्त्र पहनाकर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष चिंतामणि मालवीय, प्रदेश महामंत्री व विधायक भगवानदास सबनानी, प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल एवं छिदंवाड़ा लोकसभा प्रत्याशी विवेक बंटी साहू उपस्थित रहे।

CAA को लेकर मुस्लिम लीग और केजरीवाल जैसे नेता भ्रम फैला रहे

बता दें इससे पहले सीएए को लेकर मुस्लिम लीग और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया था। सैयद जाफर ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि CAA को लेकर भारत की मुस्लिम लीग सुप्रीम कोर्ट क्यों गई है? क्या मुस्लिम लीग यह चाहती है कि पाकिस्तान, बांग्लादेश या अफगानिस्तान के मुस्लिम को हिन्दुस्तान की नागरिकता दे दी जाए? CAA को लेकर मुस्लिम लीग और केजरीवाल जैसे नेता भ्रम फैला रहे है।

भारत का मुस्लिम आजादी के बाद से सुरक्षित  

जाफर ने पोस्ट में आगे लिखा कि हकीकत तो यह है कि इस कानून से भारतीय मुस्लिम का कोई नुकसान नहीं होने वाला है। भारत के मुस्लिम लीग के हिसाब से क्या पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में मुसलमान प्रताड़ित हैं? और अगर प्रताड़ित हैं, तो भारत के मुस्लिम लीग को इस पर यह विचार करना चाहिए कि क्यों मुस्लिम मुल्क के नाम पर बने देशों में ही मुस्लिम प्रताड़ित हैं। अगर, मुसलमान मुस्लिम देशों में प्रताड़ित है तो फिर सवाल वहां की मुस्लिम सरकारों पर उठाना चाहिए ना कि हिंदुस्तान की सरकार से?

मुस्लिम मुल्कों में प्रताड़ित मुस्लिमों के मामले में मुस्लिम लीग को 57 देशों वाले इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) से मुसलमानों के हित में न्याय की मांग करना चाहिए। भारत का मुस्लिम तो आजादी के बाद से आज तक भारत में सुरक्षित है। हिन्दुस्तानी मुसलमान पूरे ईमान के साथ अपने वतन की मिट्टी के साथ है और पूरे भरोसे के साथ इस मुल्क के साथ खड़ा है। मुस्लिम लीग सुप्रीम कोर्ट में CAA पर सवाल खड़ा करके हिन्दुस्तानी मुस्लिमों में भ्रम फैलाने की कोशिश बंद करे।

-एजेंसी


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