पंजाब में पीएम नरेंद्र मोदी के सुरक्षा काफिले में हुई चूक पर सुप्रीम कोर्ट ने कमेटी की रिपोर्ट पर सुनवाई की। सुनवाई के बाद कमेटी ने पीएम की सुरक्षा मजबूत करने के लिए सुझाव भी दिए। पूर्व जस्टिस इंदु मल्होत्रा की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने पंजाब के नौकरशाहों और पुलिस अधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। सुनवाई के बाद केंद्रीय मंत्री केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस किया।
मीडिया को संबोधित करते हुए अनुराग ठाकुर ने कुछ महीनों पहले पंजाब में हुए पीएम नरेंद्र की सुरक्षा चूक को एक सुनियोजित षड्यंत्र बताया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए पीएम की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया गया। उन्होंने आगे कहा, ‘अधिकारियों ने एसपीजी एक्ट (SPG ACT) का उल्लंघन किया है। पीएम के दौरे के दैरान डीजीपी गायब थे।’ अनुराग ठाकुर ने सवाल उठाया कि आखिर किसके इशारे पर पीएम की सुरक्षा में चूक हुई? अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि पीएम की सुरक्षा चूक पर कांग्रेस को जवाब देना होगा.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान रिपोर्ट में कहा गया कि फिरोजपुर एसएसपी कानून-व्यवस्था बनाए रखने के अपने कर्तव्य का निर्वहन करने में विफल रहे। एसएसपी इसको लेकर आवश्यक कार्रवाई भी नहीं कर सके।
कोर्ट ने बनाई है 5 सदस्यीय कमेटी
बता दें कि पीएम मोदी पंजाब के फिरोजपुर में 5 जनवरी को 42,750 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखने वाले थे। पीएम मोदी का काफिला 5 जनवरी 2022 को फिरोजपुर-मोगा रोड पर फ्लाईओवर पर फंस गया था। दरअसल, कार्यक्रम स्थल से कुछ दूरी पर किसानों ने प्रदर्शन करते हुए सड़क को ब्लॉक कर दिया था, जिसके चलते प्रधानमंत्री का काफिला 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर ही फंसा रहा। सड़क खाली नहीं होने की स्थिति में उन्हें अपनी रैली रद कर वापस लौटना पड़ा।
इसमें जांच के लिए सर्वोच्च न्यायालय ने पूर्व जस्टिस इंदु मल्होत्रा की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय कमेटी का गठन किया था। इस कमेटी में चंढीगढ़, डीजीपी, एनआइए के आई जी, पंजाब हरियाणा के रजिस्ट्रार जनरल, एडीजीपी पंजाब शामिल हैं। इस कमेटी को सुरक्षा उल्लंघन के लिए कौन-कौन जिम्मेदार है सहित जरूरी सुरक्षा उपायों जैसे मामलों पर विचार करना है।
-एजेंसी