आगरा। एचएएल के संविदा कर्मचारियों को बिना पूर्व सूचना दिए हटाया जाने से संविदा कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। सोमवार को भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले एचएएल से निकाले गए संविदा कर्मचारियों ने अर्जुन नगर गेट के समीप एचएएल के अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए धरना दिया जो अब भूख हड़ताल में तब्दील हो गया है।
धरने पर बैठे पीड़ित संविदा कर्मचारियों ने बताया कि एयरफोर्स के अंदर माल वाहक विमान का कार्य एचएएल द्वारा किया जाता है लेकिन एचएएल के भ्रष्ट अधिकारियों ने उसका मेंटेनेंस करने से मना कर दिया। उसका तर्क दिया कि उनके पास कर्मचारी नहीं है जबकि कर्मचारियों को कुछ अधिकारियों ने स्वार्थ के चलते कर्मचारियों को निकाल दिया। निकाले गए सभी कर्मचारी पिछले लगभग 25 साल से कार्यरत थे। जब कर्मचारियों को निकाला गया तो कोई नोटिस नहीं दिया गया और न ही उन्हें निकाले जाने की जानकारी दी।
धरने पर बैठे पीड़ितों का कहना है कि एचएएल द्वारा उन्हें निकाले हुए समय हो गया है। बिना नोटिस दिए एक साथ 29 कर्मचारियों को निकाला गया जिनकी आर्थिक स्थिति अब खराब होती चली जा रही है। इंसाफ पाने के लिए कई दरवाजे खटखटाए लेकिन मायूसी ही हाथ लगी। आज खुद अपनी नौकरी वापस पाने के लिए मजबूरन होकर धरने पर बैठना पड़ता है।
धरने पर बैठे कर्मचारियों का आरोप है कि सन 1998 से लेकर उनका ईपीएफओ और ईएसआई का पैसा भी जमा नहीं किया गया। भ्रष्ट अधिकारियों ने जमकर भ्रष्टाचार किया और उसकी आवाज उठाई तो उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
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