कुछ वक़्त पहले स्वीडन में इराक़ी मूल के एक व्यक्ति ने क़ुरान जलाई थी. इस व्यक्ति ने तब कुरान फिर से जलाए जाने की धमकी दी थी. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़ क़ुरान फिर से जलाए जाने की आशंका के बीच इराक़ में स्वीडन के दूतावास पर सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने धावा बोला है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स लिखता है कि दूतावास के सभी स्टाफ़ सुरक्षित हैं. स्वीडन के विदेश मंत्रालय ने इस हमले की निंदा की है.
इससे पहले 29 जून को भी बग़दाद स्थित स्वीडन के दूतावास पर प्रदर्शनकारियों ने हमला बोला था.
स्वीडन में क़ुरान जलाए जाने की घटना की कई देशों ने निंदा की थी और स्वीडन सरकार से नाराज़गी जताई थी.
28 जून को स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम की सेंट्रल मस्जिद के बाहर एक व्यक्ति ने क़ुरान की एक प्रति को फाड़ा और फिर उसे जला दिया था.
पुलिस ने जिस व्यक्ति को गिरफ़्तार किया था, उनका नाम सलवान मोमिका था.
सलवान की उम्र 37 साल है और ख़बरों की मानें तो वो कई साल पहले इराक़ से भागकर स्वीडन आ गए थे.
सलवान ने कहा था, ”मैं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की अहमियत पर ध्यान दिलवाना चाहता था. ये लोकतंत्र है और अगर वो ये कहेंगे कि हम ऐसा नहीं कर सकते हैं तो ये ख़तरे में है.”
Compiled: up18 News
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