आगरा। धर्मांतरण रैकेट में शामिल तीन और आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारों में जुनैद कुरैशी (30 वर्ष), अब्दुल्ला (20 वर्ष) और अब्दुल रहीम (27 वर्ष) शामिल हैं। तीनों उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दयालपुर-मुस्तफाबाद क्षेत्र के निवासी हैं। इनमें दो गैंग सरगना अब्दुल रहमान के बेटे हैं। उन्हें अब्दुल रहमान से पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया।
ताजा गिरफ्तारियों के साथ इस धर्मांतरण रैकेट में गिरफ्तार आरोपियों की कुल संख्या 14 हो गई है। पुलिस ने आगे और भी गिरफ्तारियों की संभावना से इंकार नहीं किया। पुलिस का कहना है कि यह रैकेट दिल्ली, यूपी, हरियाणा, राजस्थान तक फैला हुआ है।
पुलिस के अनुसार, अब्दुल रहमान के दोनों बेटे अब्दुल्ला और अब्दुल रहीम लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर पिता के पास लाते थे, जहां उनका धर्मांतरण कर निकाह कराया जाता था। पूरे ऑपरेशन में वे कलीम सिद्दीकि गैंग से भी जुड़े थे, जो वर्ष 2021 में उत्तर प्रदेश एटीएस द्वारा पकड़ा गया था।
खबरों के मुताबिक, पुलिस जांच में सामने आया कि हरियाणा के रोहतक से लापता हुई लड़की को अब्दुल रहमान ने बंधक बनाकर राजस्थान से एक काज़ी बुलवाकर जबरन निकाह कराया था। इस मामले में जुनैद की मुख्य भूमिका थी, जिसने प्रेमजाल रचकर लड़की को अगवा किया था। रोहतक की इस युवती को आगरा पुलिस ने अब्दुल रहमान के ठिकाने से मुक्त कराया था। अदालत में इस युवती के बयान भी कराए गए। युवती माता-पिता को सौंपी जा चुकी है। युवती को फंसाने वाले जुनैद कुरैशी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
गिरफ्तारी के दौरान आरोपियों के पास से दो कार्टन धार्मिक किताबें भी बरामद हुईं, जिनमें संदिग्ध डाटा होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस की फॉरेंसिक टीम उन दस्तावेजों की गहन जांच कर रही है, ताकि यह पता चल सके कि यह सामग्री कहां-कहां भेजी जा रही थी और इसके पीछे की फंडिंग और नेटवर्क क्या है।
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