राजस्थान के करौली में शनिवार शाम करीब छह बजे हिंदू नव वर्ष पर निकाली गई रैली पर पथराव के बाद हिंसा भड़क गई। इससे शहर में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। कर्फ्यू और डर के कारण लोग घरों में कैद हैं।
18 घंटे बाद भी हालात पहले की तरह सामान्य नहीं हो पाए है। इससे रविवार सुबह शहर के कुछ इलाकों में मूलभूत सुविधाओं भी बाधित रहीं। लोगों दूध और अखबार जैसी जरूरी चीजों का वितरण नहीं हो सका। इधर, इंटरनेट सेवा बंद होने के कारण भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है।
उधर, बाइक रैली पर किए गए पथराव का एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि हटवारा बाजार से रैली गुजरने के दौरान विशेष समुदाय के कुछ लोग मकानों की छतों से पथराव करने लगते हैं। इससे रैली के साथ चल रहे एसएचओ सहित तीन पुलिसकर्मी और कुछ लोग घायल हो गए। इसके बाद दोनों समुदाय आमने-सामने आ गए और हिंसा भड़क गई। देखते ही देखते उपद्रवियों ने बाजार में स्थित दुकानों में आग दी।
इसके बाद हालात काबू से बाहर हो गए और जयपुर से 600 पुलिसकर्मियों के दल को बुलाना पड़ा। इसके साथ ही पुलिस के आला अधिकारी भी करौली पहुंचे। हालात काबू करने के लिए पुलिस ने सबसे पहले धारा 144 लागू की, लेकिन इसका प्रभाव नहीं दिखने के कारण कुछ देर बाद शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया। पुलिस ने लोगों को समझाया और सख्ती बरतकर शांत कराया।
हिंसा में पुलिसकर्मियों सहित 43 लोग घायल हो गए थे। मामूली घायलों को इलाज के बाद शनिवार को ही छुट्टी दे दी गई थी जबकि एक गंभीर रूप से घायल पुष्पेंद्र का जयपुर के अस्पताल में इलाज चल रहा है।
गहलोत बोले, दंगा भड़काने वाले को नहीं बख्शेंगे
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को हिंसा पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि दंगा भड़काने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में हर हाल में कानून का पालन होगा।
दोबारा हिंसा न भड़के यह प्रशासन के लिए चुनौती
शनिवार देर रात 12 बजे प्रशासन ने दोनों समुदाय के वरिष्ठ लोगों के साथ बैठक की। इस दौरान लोगों को समझाइश देकर शांति बनाए रखने के लिए कहा गया। प्रशासन ने दोनों पक्षों से युवाओं को शांत कराने की अपील भी की है। प्रशासन की कोशिश है कि सबसे पहले लोगों को शांत कराकर हालात सामान्य किए जाएं। दोबारा से किसी प्रकार की हिंसा न भड़के, इस दिशा में भी प्रशासन प्राथमिकता के साथ काम कर रहा है।
कितना नुकसान अब तक जानकारी नहीं
हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने एक दर्जन से अधिक दुकानों को आग के हवाले कर दिया था। इससे लोगों की सामान से भरी दुकानें पूरी तरह जलकर खाक हो गईं। तीन बाइकों को भी आग लगाने की जानकारी सामने आई है। प्रशासन अभी हालात काबू करने में जुटा हुआ है। अब तक यह जानकारी सामने नहीं आ सकी है कि आगजनी से कितना नुकसान हुआ है। हालांकि नुकसान का यह आंकड़ा लाखों में जा सकता है।
क्या है मामला
राजस्थान के करौली में हिंदू नव वर्ष पर निकाली गई बाइक रैली पर शनिवार शाम पथराव की घटना सामने आई थी। इससे हटवारा बाजार में माहौल तनावपूर्ण हो गया था। उपद्रवियों ने एक दर्जन से ज्यादा दुकानों और तीन बाइकों को आग के हवाले कर दिया था। बिगड़ते हालात को देखते हुए शहर में पहले धारा 144, कर्फ्यू और फिर इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई थी। हिंसा में पुलिसकर्मियों सहित 43 लोगों के घायल हो गए थे, जबकि पुष्पेंद्र नाम के व्यक्ति की हालत गंभीर थी। माहौल बिगड़ते ही बाइक रैली को रद्द कर दिया गया था। आगजनी से लाखों रुपए का नुकसान हो गया था।
-एजेंसियां