दलितपैंथर: मानवीय, सामाजिक आर्थिक उत्थान के लिए बने, नामदेव ढसाल राजा ढाले
आज पैथरों की भूमिका को और विस्तार देने की जरुरत है ! जमींदार, पूंजीपति, साहूकार उनके एजेंट तथा सरकार जो शोषण के समर्थक तत्वों का समर्थन करती है, वे पैंथरों के दुश्मन हैं -एच.एल.दुसाध- आज ‘दलित पैंथर’ की स्थापना स्वर्ण जयंती वर्ष है. आज से पचास पूर्व, 1972 में 29 मई को नामदेव लक्ष्मण ढसाल […]
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