विजय दिवस की 22वीं वर्षगांठ: ये चिट्ठियां हैं करगिल के शहीदों की

कागज किनारों से थोड़ा मुड़ गया है… जल्‍दबाजी में लिखी गई चिट्ठी की लिखावट अब धुंधली मालूम होती है मगर कुछ परिवारों के लिए ये बेशकीमती हैं। उनके लिए ये चिट्ठियां नहीं, यादों का पुलिंदा हैं। महंगी से महंगी चीज कागज के इस टुकड़े के आगे छोटी लगती है। ये चिट्ठियां हैं करगिल में सर्वस्‍व […]

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