हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक के साथ यूनेस्को की सांस्कृतिक धरोहरों में भी शामिल है अल्मोड़ा का दशहरा
अल्मोड़ा के चौघानपाटा चौक से सामने की सीढ़ियों पर चढ़ते जाएँ तो आप खजाँची मोहल्ले की बाज़ार में पहुँचते हैं. बाज़ार में घुसते ही सामने एक बहुत संकरी गली है, उसमें तीस-चालीस कदम चलने के बाद बाईं तरफ को एक छोटी और साधारण-सी इमारत का प्रवेशद्वार दिखाई देगा. यह कोई सवा सौ साल पुराना अल्मोड़े […]
Continue Reading