सृजनात्मक कला: हस्तनिर्मित वस्तुएं स्वयं व समाज के लिए है लाभकारी
एक ज़माना था कि इस प्रकार के ढेरों काम और शिल्प प्रतिदिन का आम हिस्सा थे विशेषतः महिलाओं के जीवन के। फिर धीरे-धीरे ऐसा लगने लगा कि संभवतः ये सब इसलिए करना पड़ता होगा कि उस ज़माने में भोज्य पदार्थ, शिल्प आदि बाजार में सुलभ रूप से उपलब्ध नहीं थे। किन्तु जब इस मुद्दे को […]
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