संस्मरण: स्वतंत्रता आन्दोलन में गंगा-जमुनी तहज़ीब के एक रोशन सितारे थे खान अब्दुल गफ्फार खान (सरहदी गाँधी)
भारत में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के खिलाफ खुदाई खिदमतगार प्रतिरोध आंदोलन के संस्थापक अब्दुल गफ्फार खान का जन्म इसी फरवरी महीने में हुआ था। वो अपने अहिंसक विरोध और आजीवन शांतिवाद के लिए जाने जाते थे और उपमहाद्वीप में हिंदू–मुस्लिम एकता के हिमायती थे, समान विचारधारा वाले और महात्मा गांधी के साथ घनिष्ठ मित्रता रखते थे, खान को सरहदी गांधी (सरहदी गांधी,’द फ्रंटियर गांधी) उपनाम दिया गया था। 1929 में, ख़ान ने खुदाई खिदमतगार की स्थापना की, जो एक उपनिवेश विरोधी अहिंसक प्रतिरोध आंदोलन था। खुदाई खिदमतगार की सफलता और लोकप्रियता ने अंततः औपनिवेशिक सरकार को खान और उनके समर्थकों के खिलाफ कई कार्रवाई शुरू करने के लिए प्रेरित किया; खुदाई खिदमतगार ने संपूर्ण भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के कुछ सबसे गंभीर दमन का अनुभव किया। बात उन दिनों की है, महात्मा गाँधी को दक्षिण अफ्रीका से लौटे अभी चंद वर्ष ही बीते थे। जल्द ही उनके द्वारा चलाये जा रहे अहिंसक, सत्यग्रह की चर्चा चारो तरफ होने लगी थी। सैकड़ों मील दूर अफगानिस्तान की सरहद पर पशतून पठान कबीले तक भी यह बात पहुंची। इसी कबीले के एक पढे […]
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