आखिर क्यों चुप्पी साध गई पक्षियों की चहचाहट?

(सूना-सूना लग रहा, बिन पेड़ों के गाँव। पंछी उड़े प्रदेश को, बांधे अपने पाँव।। पक्षियों को पर्यावरण की स्थिति के सबसे महत्वपूर्ण संकेतकों में से एक माना जाता है। क्योंकि वे आवास परिवर्तन के प्रति संवेदनशील हैं और पक्षी पारिस्थितिकीविद् के पसंदीदा उपकरण हैं। पक्षियों की आबादी में परिवर्तन अक्सर पर्यावरणीय समस्याओं का पहला संकेत […]

Continue Reading