अयोध्या का ‘नया अध्याय’: आस्था का संगीत, इतिहास का दर्पण

अयोध्या की पावन धरती पर, सरयू नदी के मधुर स्वर के साथ गुंजायमान श्री राम जन्मभूमि मंदिर की भव्यता आस्था का एक ऐसा महाकाव्य प्रस्तुत करती है, जिसके स्वर सदियों के इतिहास को बयां करते हैं। भगवान राम के जन्मस्थान के रूप में विख्यात, यह मंदिर केवल ईंटों और पत्थरों का समूह नहीं, बल्कि भारत […]

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12वी फेल से सबक, हवा में मत रहिये… जमीन पर चलिए

हर अच्छा व्यक्ति सिविल सर्वेंट नहीं बन सकता और हर सिविल सर्वेंट अच्छा व्यक्ति नहीं बन सकता। आज समाज में एक निरक्षर दशरथ मांझी का जो सामाजिक मूल्य है, उस आभामंडल के सामने नीरा यादव जैसी भ्रष्टतम सैकड़ों आईएएस का मूल्य शून्य है। फिल्म मे एक किरदार है दादी का। ऐसी दादी जो अपने बेटे […]

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बच्चे मिट्टी के घड़े, अभिभावक कुम्हार, जैसा चाहो वो बने, दे दो जो आकार

बालमन कच्ची मिट्टी के समान, जैसा आकार देंगे, वैसा बन जाएंगे। बच्चे कच्ची मिट्टी के समान होते हैं। उन्हें जैसा आकार दो वे वैसा ढल जाते हैं। उनके मन में आर्थिक रूप से कमजोर या अन्य धर्म या जाति के विद्यार्थियों के लिए कोई भेदभाव नहीं होता। वे अपने आसपास के माहौल से ही सीखते […]

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हरियाणा के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने डॉ सत्यवान सौरभ की पुस्तक ‘खेती किसानी और पशुपालन’ की लोकार्पित

कृषि एवम पशुपालन मंत्री लोकार्पण के दौरान कहा कि उम्मीद की जाती है कि कृषि और पशुपालन उद्यमियों को इस पुस्तक की सामग्री में निहित जानकारी उपयोगी लगेगी और वे अपने व्यवसाय को उन्नत करने और कृषि और पशुपालन में चैंपियन बनने के लिए उनसे जुड़े मुद्दों को समझते हुए विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाएंगे। […]

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हमारी संस्कृति, उलाहनों और कहावतों में सदियों से रचे बसे है श्रीराम

राम नाम है हर जगह, राम जाप चहुंओर। चाहे जाकर देख लो, नभ तल के हर छोर।। श्रीराम हमारे मन में बसे, श्रीराम हमारी संस्कृति है, हमारी बोलचाल, प्यार, उलाहनों और कहावतों में सदियों से रचे बसे है श्रीराम। रामनगरी अयोध्या में 22 जनवरी 2024 रामकथा का नया अध्याय है, यह 493 वर्ष तक चली […]

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कला और साहित्य अकादमी पुरस्कारों का बंदर बांट

आज जिस प्रकार से सम्मान एवं पुरस्कार प्राप्त करने के लिए कुछ योग्य एवं अयोग्य साहित्यकार, कवि, लेखक, कलाकार साम-दाम-दण्ड-भेद सब अपना रहे हैं और अपने प्रयासों में प्रायः सफल भी हो रहे हैं, उससे सम्मानों और पुरस्कारों के चयन की प्रक्रिया की विश्वसनीयता और पारदर्शिता पर प्रश्नचिन्ह लगना स्वाभाविक है। पिछले दशकों में पुरस्कारों […]

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विकसित भारत के सपने को पूरा करने लिए पहले स्वराज के महत्व को समझना होगा..

हमने कई मौकों पर अपने सपने को टूटते हुए देखा है लेकिन फिर भी हम हर मुसीबत की स्थिति से मजबूत और आत्मविश्वास से भरे हुए हैं। स्वराज के महत्व को समझना चाहिए और इन सपनों को आगे बढ़ाने के लिए आक्रामक रूप से शुरुआत करनी चाहिए ताकि हम अपनी आने वाली पीढ़ी को भी […]

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आर्थिक विवशताओं के कारण काम के बोझ तले दबे बच्चों का मर्मस्पर्शी वर्णन है डॉ. सत्यवान ‘सौरभ’ की पुस्तक “प्रज्ञान”

प्रज्ञान, बाल साहित्यकार डॉ सत्यवान सौरभ जी की इक्यावन बाल कविताओं का सुन्दर संग्रह है। इन कविताओं में जीवन के विविध रंग देखने को मिलते हैं। इनमें प्रकृति का सौन्दर्य है तो समाज की कुरूपता भी है। जहाँ बचपन के आनंद का सजीव चित्रण है वहीं आर्थिक विवशताओं के कारण काम के बोझ तले दबे […]

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