ताजीवन कुंवारे होने के बाद भी महर्षि वात्स्यायन ने लिखा कामसूत्र जैसा ग्रंथ

हैरानी की बात है ना कि महर्षि वात्स्यायन ने ताजीवन कुंवारे होने के बाद भी कामसूत्र जैसा ग्रंथ लिखा, जिसका उन्हें कोई अनुभव ही नहीं था. वैसे वात्स्यायन ने अपनी जिंदगी में कई किताबें लिखीं, लेकिन उनकी ये किताब सैकड़ों सालों बाद भी प्रासंगिक है. दुनियाभर की कई भाषाओं में उसका अनुवाद हो चुका है. […]

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