आगरा में डंडे वाली महिलाएं और ‘अमृत’ बेचने वाले ठेके

आज हम बात कर रहे हैं, उस भारत की जहां ‘नशा’ एक समस्या नहीं, एक ‘बिजनेस मॉडल’ है। और इस मॉडल के सबसे बड़े निवेशक, हमारे समाज के वो ठेकेदार हैं, जिन्हें शायद यह भी नहीं पता कि समाज के लिए सबसे बड़ा नशा, उनकी खामोशी है। आगरा के मलपुरा थाना क्षेत्र में, मंगलवार की […]

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आगरा नगर निगम में फिर नाम बदलने की कयावद हुई शुरू: ‘नाम’ में आखिर क्या रखा है?

आगरा शहर में क्या कोई कमी रह गई थी जो अब नाम बदलने की कवायद शुरू हो गई है? आखिर यह सरकारें नाम बदलने से क्या हासिल करना चाहती हैं? क्या नाम बदल देने से कोई बदलाव आ जाएगा? क्या मारुति एस्टेट चौराहे का नाम ‘लव-कुश चौक’ रख देने से ट्रैफिक की समस्या खत्म हो […]

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Agra News: मोबाइल बना मशाल… आगरा में स्वच्छता का नया तरीका

आगरा, जिसे दुनिया ताजमहल के लिए जानती है, अब अपनी स्वच्छता की अनोखी पहल के लिए भी जानी जा रही है। आमतौर पर मशाल जुलूस या टॉर्च मार्च में लोग पारंपरिक साधनों का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन आगरा नगर निगम ने एक नई राह चुनी। उन्होंने मोबाइल फोन की फ्लैश लाइट को स्वच्छता की मशाल […]

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लोकतंत्र की अदालत में पत्रकारों पर अब रात का फैसला?

क्या आपने कभी सोचा था कि एक रात को आपके घर के दरवाज़े पर कोई दस्तक दे और कहे कि अब से आपके बोलने की आज़ादी नहीं रही? क्या आपने सोचा था कि देश की अदालतें अब रात के अँधेरे में भी फैसला सुना सकती हैं? क्या अदालत में बिना आपके सुने, बिना नोटिस दिए, […]

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आगरा की यह कोई सड़क है या रेहड़ी-पटरी वाला हलवा?

आगरा: जनकपुरी महोत्सव के नाम पर जनता की जेब से निकले ₹4.6 करोड़, पर सड़क 24 घंटे में ही उखड़ गई। क्या ये सिर्फ़ एक सड़क का भ्रष्टाचार है या हमारी पूरी व्यवस्था का नंगा नाच? नमस्कार, दोस्तों! क्या आपने कभी किसी सड़क को चाबी से खोदते हुए देखा है? नहीं देखा, तो आगरा के […]

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आगरा में ‘विकास’ का बुलडोजर: क्या यह सिर्फ एक ट्रेलर है या पूरी फिल्म?

आगरा शहर में मंगलवार को एक बुलडोजर ने ‘कानून के राज’ का डंका बजाया। आगरा विकास प्राधिकरण (ADA) के बुलडोजर ने, जैसे कि किसी फिल्म के एक्शन सीन में होता है, एक-दो नहीं, बल्कि तीन अवैध कॉलोनियों को नेस्तनाबूद कर दिया। इन कॉलोनियों में मुख्य गेट से लेकर अंदर की सड़कें और अधबने मकान भी […]

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एक पुलिसिया फरमान और लाखों की रोजी-रोटी का सवाल: क्या ये अमृत काल का ‘विकास’ है?

उत्तर प्रदेश में एक नई व्यवस्था शुरू हुई थी, जिसका नाम है पुलिस कमिश्नरी व्यवस्था। कहने को तो यह ब्रिटिशकाल की व्यवस्था है, लेकिन लगता है इसे आधुनिक भारत के ‘अमृत काल’ में कुछ ज्यादा ही शक्तियाँ दे दी गई हैं। अब पुलिस खुद ही आरोपी को पकड़ती है, और कुछ मामलों में तो खुद […]

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Agra News: सत्ता के गलियारों में मिली धमकी: लोधी समाज को उतरना पड़ा सड़क पर

क्या एक विधायक के पुत्र को किसी को भी धमकी देने का अधिकार मिल जाता है? क्या कानून और व्यवस्था कुछ लोगों के लिए अलग और कुछ लोगों के लिए अलग काम करती है? उत्तर प्रदेश की राजनीति और समाज में एक बार फिर से भय और धमकी का माहौल बनता दिख रहा है। सत्ता […]

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सोशल मीडिया: एक अदृश्य बारूद का ढेर, जिस पर बैठी है हमारी युवा पीढ़ी!

आगरा: नेपाल की राजधानी काठमांडू में सोमवार को जो कुछ हुआ, वह सिर्फ एक पड़ोसी देश की आंतरिक घटना नहीं, बल्कि एक ऐसी चेतावनी है, जिसकी गूंज हमारे घरों और हमारे समाज तक पहुंच रही है। सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने के विरोध में सड़कों पर उतरे युवाओं और बच्चों पर हुई पुलिस कार्रवाई में […]

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खाना वही, बिल दोगुना: ऑनलाइन फूड डिलीवरी का काला सच

आजकल ज़िंदगी की रफ़्तार इतनी तेज़ हो गई है कि हमें हर चीज़ दरवाज़े पर चाहिए। घर बैठे खाना मंगाना अब एक आदत बन गई है, जिसमें स्विगी और जोमैटो जैसे ऐप्स का अहम रोल है। लेकिन क्या हमने कभी सोचा है कि इस ‘सुविधा’ की असली कीमत क्या है? हाल ही में एक ग्राहक […]

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