प्राण प्रतिष्ठा समारोह से राम मंदिर आंदोलन के सूत्रधार आडवाणी-जोशी को अलग-थलग करके आखिर देश के सनातनियों को आयोजन समिति क्या देना चाहती है संदेश?
नई दिल्ली। सनातन धर्म को अपने बुजुर्गों के सम्मान करने के चलते ही दुनिया में विशेष सम्मान मिलता रहा है। मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने अपने बुजुर्ग पिता का मान रखने के लिए राजसी ठाट-बाट को छोड़कर 14 वर्ष के वनवास को सहर्ष स्वीकार कर लिया था। इसलिए उन्हें अतुलनीय कहा जाता है। उन्हीं मर्यादा पुरुषोत्तम […]
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