मध्यप्रदेश में हेमंत के हाथों में भाजपा की डोर, अब हर वर्ग को साधने का प्रयास

यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि भाजपा ने इस नियुक्ति के जरिए बिना कुछ कहे भी बहुत कुछ कह दिया है। नरोत्तम मिश्रा जैसे ताकतवर नामों को दरकिनार कर, खंडेलवाल को निर्विरोध अध्यक्ष बनाना एक स्पष्ट संदेश है कि पार्टी अब “शक्ति और शैली” की राजनीति से हटकर ‘संघ और संगठन के विश्वास’ वाली राजनीति […]

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देश की एकता-अखंडता में घुलता जातीय संघर्ष का जहर..!

भारत की आत्मा उसकी सांस्कृतिक विविधता और सामाजिक समरसता में रही है, लेकिन आज यह विविधता विघटन की ओर बढ़ती दिखाई दे रही है। जातीय संघर्ष अब न तो असामान्य रह गया है और न ही सीमित। आए दिन किसी न किसी हिस्से से झड़प, नारेबाज़ी, बहिष्कार, आगज़नी और हिंसक प्रदर्शन की खबरें आ रही […]

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दिल्ली में साँसों पर संकट, पर हरियाली ने जगाई उम्मीद…!

इंटीरियर डेकोरेशन में वास्तविक हरियाली बनी पहली पसंद… दिल्ली की ओर रुख करते हुए मन में एक ही प्रश्न बार-बार कौंधता रहा—क्या इस बार भी वही धूल-धुआँ और दमघोंटू हवा स्वागत करेगी? बीते कुछ वर्षों से दिल्ली की हवा जहरीली होती जा रही है, और आंकड़े इसकी भयावहता की पुष्टि भी करते हैं। अक्टूबर से […]

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